January 8, 2025

टीबी कार्यक्रम को जन आंदोलन बनाकर विद्यार्थियों के माध्यम से लोगों को किया जाएगा जागरूक

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फतेहाबाद / 25 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत

निक्षय दिवस पर सोमवार को जिला में स्थानीय मनोहर मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों व शिक्षकों को टीबी की बीमारी के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य गुरुचरण दास ने की।

जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते जिला टीबी अधिकारी डॉ. हनुमान सिंह ने कहा कि टीबी कार्यक्रम को जन आंदोलन कार्यक्रम में परिवर्तित करने की इस मुहिम में घर-घर तक टीबी की बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विद्यार्थियों को माध्यम बनाया गया। इस दौरान वहां उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों व गैर शिक्षण कर्मचारियों को टीबी के लक्षण, कारण, बचाव व उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया।

इस दौरान टीबी मरीज को सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के बारे में विस्तार से बताया गया। जिला टीबी अधिकारी डॉ. हनुमान सिंह ने उपस्थित सदस्यों से अपील की यदि किसी व्यक्ति को टीबी के कोई भी लक्षण है तो तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करवाएं। यदि जांच में टीबी पाई जाती है तो तुरंत टीबी का ईलाज शुरू करना चाहिए। टीबी का ईलाज सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त उपलब्ध है।

टीबी के लक्षण:-
दो सप्ताह से ज्यादा खांसी या खांसी में बलगम या बलगम में खून आना, लगातार वजन कम होना, भूख ना लगना, दोपहर बाद बुखार आना, रात को पसीना आना।

टीबी से सावधानियां:-
डॉ. हनुमान सिंह ने बताया कि जिस किसी भी व्यक्ति को टीबी हो गई है तो उसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। टीबी का पूर्णतया ईलाज है। मरीज को चाहिए कि वह डॉक्टर की सलाहनुसार उपचार लेना चाहिए। टीबी खांसने और छींकने से फैलती है, इसलिए टीबी मरीज को इधर-उधर खुले में नहीं थूकना चाहिए। खांसते या छींकते समय मुंह पर कपड़ा लगाना चाहिए। भीड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए।

जिला टीबी अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि जो मरीज टीबी का ईलाज ले रहे हैं उनको सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रति माह पोषण भता दिया जाता है। पोषण योजना का लाभ लेने के लिए टीबी के मरीज को स्वास्थ्य संस्था में अपना आधार कार्ड व बैंक खाते की फोटोकॉपी जमा करवानी अनिवार्य है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई मरीज प्राइवेट अस्पताल से टीबी का ईलाज ले रहा है तो उसे भी सरकार द्वारा दी जाने वाली निक्षय पोषण योजना का लाभ मिलेगा। अंत में टीबी अधिकारी डॉ. हनुमान सिंह ने उपस्थित सदस्यों से जिला को टीबी मुक्त करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर डॉ. हनुमान सिंह ने उपस्थित सदस्यों को मौके में बढ़ रहे डेंगू के बारे में जागरूक किया।

उन्होंने बताया कि हमें अपने आसपास कहीं भी पानी को एकत्रित नहीं होने देना चाहिए। अगर पानी एकत्रित होगा तो मच्छर जनित बीमारियां फैलने का भय रहेगा। इसलिए हमें नियमित तौर पर पानी को साफ करना चाहिए। इस मौके पर जिला क्षयरोग विभाग से कपिल कुमार, सुशील कुमार, सुरेंद्र सुलीखेड़ा सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र उपस्थित रहे।

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