ऑक्सीजन बाग : सामाजिक सहभागिता के साथ पर्यावरण स्वच्छता की ओर बढ़ते कदम
झज्जर / 26 जून / न्यू सुपर भारत
पर्यावरण संरक्षण के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में झज्जर जिला प्रशासन ऑक्सीजन बाग विकसित करते हुए सुखद वातावरण की परिकल्पना को साकार करने में अपनी सामाजिक भूमिका अदा कर रहा है। झज्जर जिला में प्रारंभिक चरण में 9 गांवों की 65 एकड़ जमीन पर ऑक्सीजन बाग तैयार करने की पूरी तैयारी सुनिश्चित कर ली गई है।
डीसी श्याम लाल पूनिया ने संबंधित अधिकारियों व सामाजिक दायित्व के तहत भागीदार बन रहे औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर ऑक्सीजन बाग के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा की।
डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि ऑक्सीजन बाग विकसित करने की सोच को मूर्त रूप देने में झज्जर जिला प्रशासन की टीम पूरी सक्रियता से जुटी हुई है। सामाजिक सहभागिता के साथ पर्यावरण संरक्षण का लक्ष्य सामने रखते हुए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत जमीन व पानी की उपजाऊ क्षमता अनुसार अभी 9 गांवों में बाग लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
डीसी की पहल पर हरित व स्वच्छ वातावरण बनाए रखने तथा प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में पर्यावरण के प्रति झज्जर जिला प्रशासन अपना दायित्व निभाने के लिए पूरी तरह से सजग है। प्रशासन की ओर से नियुक्त ऑक्सीजन बाग प्रबंधन टीम ने गांवों का दौरा करते हुए बाग के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं का आंकलन कर अपनी रिपोर्ट सौंपी है जिसके आधार पर ऑक्सीजन बाग लगाने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है।
एडीसी जगनिवास की देखरेख में व ट्रीमैन देवेंद्र सूरा के साथ प्रबंधन टीम ने मौके का मुआयना करते हुए भूमि की उत्पादन क्षमता, पानी आपूर्ति सहित अन्य पहलुओं पर फोकस करते हुए जमीन बाग के लिए देखकर 65 एकड़ जमीन को बाग के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम उठाए। उन्होंने बताया कि कोरोना रूपी महामारी में ऑक्सीजन की महत्ता का सभी को ज्ञान हो गया है, ऐसे में महामारी में जिस प्रकार ऑक्सीजन की आवश्यकता जीवनदायिनी के रूप में सभी को महसूस हुई है, इसी उद्देश्य के साथ अधिक से अधिक पौधे रोपित करते हुए अब हम पर्यावरण संरक्षण में सहभागी बन सकते हैं।
ऑक्सीजन बाग की इस पहल में ग्रामीण भी बनेंगे भागीदार :
डीसी ने कहा कि प्रशासनिक व सीएसआर गतिविधियों के तहत टीम भावना के साथ ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी भी सुखद वातावरण की परिकल्पना को साकार करने में सहायक रहेगी। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन बाग प्रबंधन टीम द्वारा किए गए दौरे में ग्रामीणों द्वारा भी उत्साहपूर्वक इस पुनीत अभियान में आहुति डालते हुए पौधों को लगाने के साथ ही उनका संरक्षण करने के लिए भी विश्वास दिलाया गया है।
ग्रामीणों की साझेदारी के साथ ऑक्सीजन बाग में पौधरोपण किया जाएगा और वहीं पर ही पौधों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही फेंसिंग कार्य भी किया जाएगा ताकि पौधों का पेड़ बनने के साथ ही उचित तरीके से रखरखाव रहे। डीसी पूनिया ने बताया कि ऑक्सीजन बाग के माध्यम से आमजन को संदेश दिया जाएगा कि अधिक से अधिक पौधारोपण करते हुए पर्यावरण संरक्षण में सभी भागीदार बनें।
ऑक्सीजन बाग हेतु इन गांवों में से शुरू होगा पायलेट प्रोजेक्ट :
डीसी श्याम लाल पूनिया ने बताया कि झज्जर जिला में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत ऑक्सीजन बाग विकसित करने के लिए एडीसी जगनिवास की देखरेख में ट्रीमैन देवेंद्र सूरा सहित डीडीपीओ ललिता वर्मा, पंचायती राज विभाग के एक्सईएन अरविंद बेनीवाल व अन्य सदस्यों ने खंड स्तर पर गांव का दौरा किया। निरीक्षण के उपरांत संबंधित टीम द्वारा बहादुरगढ़ खंड के गांव मातन व खरहर, मातनहेल खंड के गांव खानपुर खुर्द व मातनहेल, बादली खंड के गांव शाहपुर मलिक, बेरी खंड के गांव सिवाना, माछरौली खंड के गांव समसपुर माजरा, साल्हावास खंड के गांव कासनी व झज्जर खंड के गांव तलाव में ऑक्सीजन बाग को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया है।
यह रहे मौजूद :
बैठक में एडीसी जगनिवास, सीईओ डीआरडीए त्रिलोकचंद, एसडीएम झज्जर शिखा, एसडीएम बेरी रविंद्र कुमार, एसडीएम बादली विशाल, सीटीएम शिवजीत भारती, डीडीपीओ ललिता वर्माव सीएमजीजीए सुप्रिया सिन्हा सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।