ऊना / 18 सितंबर / न्यू सुपर भारत
जिला ऊना सहकारी विकास संघ के तत्वावधान में आज दुलैहड़ में सहकारी सभाओं की प्रबंध समितियों के सदस्यों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी देते हुए जिला ऊना सहकारी विकास संघ चेयरमैन राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण में दुलैहड़, दुलैहड़ अधर्मिया, हीरां, हीरांथड़ा और भंडियारां कृषि सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अतिथि प्रवक्ता रमेश जसवाल ने सहकारी सभाओं की प्रबंध समितियों के गठन की प्रक्रिया, योग्यताओं, समिति के अधिकारों व कर्तव्यों बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सहकारी सभाओं के समस्त कार्यों की पूर्ण जिम्मेदारी प्रबंध समिति व सभा सचिव की होती है। उन्होने कहा कि प्रबंध समिति को पूरी सजगता के साथ अपने कार्य करने चाहिए और किए गए कार्यों की मंजूरी कार्यवाही पुस्तिका में दर्ज करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि सहकारी सभाओं की अनियमितताओं के लिए समिति सदस्यों पर जिम्मेदारी तय होेती है।
उन्होंने बताया कि सभा को आगे बढ़ाने के लिए सचिव व कर्मचारियों के रचनात्मक सहयोग की अहम भूमिका होती है।इस दौरान खंड निरीक्षक ने सभाओं के लिए विभागीय दिशानिर्देशों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि सदस्य के लिए न्यूनतम भागधन पांच सौ रुपये है। उन्होंने बताया कि सभा का आॅडिट अब साधारण अधिवेशन में विभाग द्वारा दिए गए पैनल में से करवाया जाएगा।
उन्होंने साधारण अधिवेशन की विडियाग्राफी करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सभा को निर्धारित सीमा से अधिक ऋण देना भी अवैध है। कांगड़ा बैंक के शाखा प्रबंधक सुभाष डोगरा ने सहकारी सभा और बैंक के मध्य की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया।