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किशोरावस्था की चुनौतियों और संभावना विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

फतेहाबाद / 7 सितंबर / न्यू सुपर भारत

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श व कल्याण केंद्रों की स्थापना के अंतर्गत बुधवार को स्थानीय एसबीपी डीएवी सेंचुरी स्कूल में किशोरावस्था की चुनौतियों और संभावना विषय पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में किशोर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि किशोरावस्था रोमांचकारी, उत्साहवर्धक, जोशीली व जिज्ञासु होती है।

चरित्र निर्माण की मजबूत नींव डालने का सही समय भी यही है। मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाओं का निरंतर लाभ लेकर किशोर भविष्य जीवन को सशक्त बना सकते हैं।उन्होंने कहा कि किशोरवस्था में अनेक प्रकार की मानसिक व शारीरिक चुनौतियों व समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में युवाओं को सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है ताकि वे सही रास्ता चुना। उन्होंने कहा कि युवा अवस्था में हमारे शरीर में अनेक तरह से बदलाव आते हैं, जिनका असर हमारे मानसिक पटल पर पड़ता है।

हमें इनसे घबराना नहीं चाहिए बल्कि सही सोच, समझकर चलनना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अवस्था में अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के साथ एक दोस्त के रूप में व्यवहार करें और उनका सही मार्गदर्शन करें। सही दिशा व मार्गदर्शन ने मिलने की वजह से भी किशारोवस्था में युवा भटक जाते हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रिंसिपल सुनीता मदान व परामर्शदाता नीरज कुमार ने कहा कि राज्य परिषद की मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाओं के माध्यम से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है तथा माता-पिता के मध्य आपसी भरोसा कायम करने में सहायक सिद्ध हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान हिसार मंडल की बाल कल्याण अधिकारी कमलेश चाहर, जिला बाल कल्याण अधिकारी जगदीश कुमार आदि मौजूद रहे।

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