“संस्कृति, विकास और समाज” शीर्षक व इस पर आधारित विषय पर चम्बा में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
चम्बा / 01 नवम्बर / एनएसबी न्यूज़
राजकीय महाविद्यालय चम्बा के तत्वावधान में सोशियोलॉजिकल सोसाइटी हिमाचल प्रदेश, उत्तर-पूर्व भारतीय समाजशास्त्र सोसाइटी के सहयोग व भारतीय समाजिक विज्ञान शोधकर्ता परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया । “संस्कृति, विकास और समाज” शीर्षक व इस पर आधारित विषय पर इस सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
उक्त जानकारी देते हुए सम्मेलन के सह-संगठन सचिव व आधिकारिक लोक सम्पर्क अधिकारी प्रोफेसर अविनाश ने कहा कि इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री हंस राज मुख्यातिथि के रूप में मौजूद रहे। सर्वप्रथम मुख्यातिथि द्वारा दीप प्रज्वल्लित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया । तदोपरांत संगीत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा संगीतमय एवम भक्तिपूर्ण सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया । इसके बाद मुख्यातिथि को स्थानीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शिव दयाल द्वारा शॉल, टोपी व बैज पहनाकर सम्मानित किया गया ।
इसके बाद विशिष्ट अतिथियों में प्रोफेसर आनंद कुमार, प्रोफेसर सतीश कुमार शर्मा, प्रोफेसर विश्व रक्षा, डॉ आर के कायस्था, डॉ बी पी बडोला, डॉ मनोज कुमार तीयोटिया, भूप सिंह गौर, अंजू शर्मा, डॉ रुचि रमेश, डॉ विद्या सागर इत्यादि को बैज लगाकर सम्मानित किया गया । इसके बाद मुख्यातिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन किया । स्थानीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शिव दयाल , हिमाचल प्रदेश समाजशास्त्र सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ रुचि रमेश व सम्मेलन के संगठन सचिव डॉ महिन्द्र सलारिया द्वारा सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया गया ।
इसके पश्चात प्रोफेसर आनंद कुमार जी द्वारा समाज, सामाजिक बदलाव, परम्परागत से आधुनिक संस्कृति में बदलाव, परम्परागत ज्ञान में बदलाव, बदलती संस्कृति व इसकी मिटती पहचान इत्यादि बिंदुओं पर चर्चा करते हुए अपना वक्तव्य रखा । इसके बाद समाजशास्त्र के क्षेत्र में अपने अनुकरणीय योगदान हेतु मुख्यातिथि द्वारा प्रोफेसर सतीश कुमार, डॉ बी पी बडोला, डॉ आर के कायस्थ को लाइफ़ टाइम अचिएवमेंट अवार्ड देकर सम्मानित किया गया । इसके बाद प्रोफेसर सतीश कुमार द्वारा अपना वक्तव्य सबके सम्मुख रखा गया ।
अपने सम्बोधन में मुख्यातिथि ने कहा कि सामाजिक बदलाव बहुत तेजी से हो रहा है जिसके कारण चीजें बदल रही हैं । भौतिक व सांस्कृतिक विकास भी तेजी से हो रहा है । उन्होने चम्बा का रियासत काल व आधुनिक काल के विकास को लेकर चर्चा की व कहा कि चम्बा के शासक दूरदर्शी रहे हैं व उनके समय में चम्बा विकास में बाकी देश के मुकाबले में काफी आगे रहा है । उन्होंने समाजशास्त्र विभाग द्वारा किये गए बेहतरीन प्रयास की भी सराहना की व कहा की इस तरह के कार्यक्रम सामाजिक चेतना लाने व सामाजिक सुदृढ़ीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । अंत में सम्मेलन के संगठन सचिव डॉ महिन्द्र सलारिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन प्रोफेसर अविनाश, डॉ सन्तोष कुमार व प्रोफेसर सुनैना कौशल ने किया ।