वन स्टॉप सेंटर (सखी): पीड़ित महिलाओं को उपलब्ध करवाई जाती है सुविधाएं: डीसी श्याम लाल पूनिया
झज्जर / 11 जुलाई / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने कहा है कि वन स्टॉप सेंटर (सखी) के माध्यम से घरेलू हिंसा तथा विभिन्न मामलों में पीड़ित महिलाओं को सुरक्षा के साथ-साथ कानूनी सहायता व सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। स्थानीय लघु सचिवालय जिला मुख्यालय पर स्थित वन स्टॉप सेंटर में विभिन्न मामलों में पीड़ित महिलाओं को न केवल कानूनी सहायता प्रदान की गई बल्कि उनका मार्गदर्शन भी किया गया। इसके साथ-साथ उन्हें अस्थाई आश्रय व भोजन आदि सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई गई है।
उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने बताया कि पीड़ित महिलाएं वन स्टॉप सेंटर की सुविधा लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर पर उत्पीड़न के बारे में सूचना देकर सुविधाएं प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता, पुलिस सहायता, 5 दिन का अस्थाई आश्रय देना व खाना आदि सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत घरेलू हिंसा, मारपीट, दुष्कर्म, लैंगिक उत्पीड़न, भावनात्मक उत्पीड़न, बाल विवाह, महिला तस्करी, दहेज उत्पीड़न, एसिड अटैक, साइबर क्राइम, लावारिस महिलाएं आदि को शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर पीड़ित महिलाओं के लिए एक स्पोर्ट सिस्टम की तरह काम करता है और पीड़ित महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक व मानसिक तौर पर सशक्त करने के लिए उनका मार्गदर्शन किया जाता है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नीना खत्री ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में पीड़ित महिलाओं को पुलिस मेडिकल कानूनी व मानसिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। उनका कानूनी मार्गदर्शन करने के साथ-साथ काउंसलिंग करने का कार्य भी किया जाता है। वन स्टॉप सेंटर का उद्देश्य महिलाओं पर हो रही हिंसा से संरक्षण करना है जिससे महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए कानूनी सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं को समय-समय पर गांव स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी भी दी जाती है।