ऊना / 06 जुलाई / पंकज चोपड़ा
छात्र संगठन एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आयोजित की जाने वाली वार्षिक परीक्षा को रद्द करने और छात्रों को प्रमोट करने की मांग को लेकर किए जा रहे धरना प्रदर्शन के दौरान छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार को स्टूटेंड यूनियन भटोली व स्टूटेंड पावर ऊना छात्र संगठन ने एनएसयूआई का समर्थन करते हुए प्रदर्शन में शामिल हुए। एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने छात्र संगठनों के साथ रोटरी चौक से लेकर डीसी कार्यालय तक रोष रैली निकाली और डीसी ऑफिस पर हल्ला बोल डाला। इस दौरान स्टूडेंट्स ने प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन में जिला के दूरदराज क्षेत्रों से भी कॉलेज छात्र पहुंचे थे।
एनएसयूआई नेता चांद ठाकुर ने कहा कि ने कहा कि कोविड-19 की परिस्थितियों में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त रही है। एक-एक कक्षा में भर्ती किए गए 500 से 600 स्टूडेंट को ऑनलाइन शिक्षा भी मुहैया नहीं हो पाई। जबकि दूसरी तरफ प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के चलते कई छात्रों के पास ना तो आधुनिक उपकरणों से लैस मोबाइल थे और ना ही कईयों के वहां मोबाइल सिग्नल। ऐसी परिस्थिति में छात्रों से परीक्षाएं लेना उनके खिलाफ कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगों को लेकर पिछले आठ दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
लेकिन छात्रहित का राग अलापने वाली सरकार के मंत्री वीरेंद्र कंवर और छठे वित्तयोग के अध्यक्ष छात्रों का दर्द जानने नहीं पहुंची। इतना ही नहीं प्रशासन भी छात्रों का दुख जानने नहीं पहुंची। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई छात्रों के हित के लिए हमेशा आवाज उठाती रही और आगे भी उठाती रहेगी। उन्होंने प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि ग्रेजुएशन के पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों को प्रमोट की जाए। इस अवसर पर अभिषेक आनंद, अनमोल शर्मा, अभय पंडित, अंकति सैणी, रमणीक, जगजीत, पंकज, हरविंद्र, हैप्पी, साहिल, कार्तिक, मीना कुमारी, प्रियंका, साक्षी, संजना, हर्ष, अभय कुमार, चेतन सिंह व सचिन सहित अन्य उपस्थित रहे।