नवरात्रों में चढ़ा 48 लाख 3971 का नगद चढ़ावा जबकि 31 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना व 6 किलो 622 ग्राम चांदी भी हुई प्राप्त
—गत वर्ष की तुलना में नगद चांदी के चढ़ावे में हुआ इजाफा जबकि सोने के चढ़ावे में आई कमी
कांगड़ा / रितेश ग्रोवर:
नोट बंदी को तीन वर्ष होने जा रहे है और अभी भी पुराने नोट मिलने का सिलसिला जारी है। शरदकालीन नवरात्रों में शक्तिपीठ माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर को इन नवरात्रों के दौरान लगभग बीस हजार की रकम के 500 व 1000 रूपये का नोट प्राप्त हुये है जो कि श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाये गये है। हालांकि मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाये गये इन बंद नोटो को अभी मंदिर के खजाने में ही रखा है परन्तु मंदिर प्रशासन के पास नवरात्रों से पहले भी हजारों रूपये नोट बंदी के पड़े हुये है।
मिली जानकारी के अनुसार शरद कालीन नवरात्रों में श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर को लगभग बीस हजार की चढ़त बंद हुये नोटों की प्राप्त हुये है। ऐसे में मंदिर प्रशासन भी सकते में है कि बंद हुये नोट अभी भी लोगों के पास है जो कि अब मंदिर में ही चढ़ा रहे है। मंदिर अधिकारी व नायब तहसीलदार कांगड़ा अपूर्व शर्मा से बात की तो उन्होने बताया कि इस संबंध में मंदिर सहायक आयुक्त के पास बात करेगें और वह ही इस संबंध में कोई निर्णय लेगें। वही शरदकालीन नवरात्रों में माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में लगभग एक लाख तीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने शीश नवाजा जो कि गत वर्ष भी इतने ही श्रद्धालु शीश नवाज कर गये थे।
हालांकि मैदानी इलाकों में बाढ़ व बारिश से श्रद्धालुओं की आगमन जरूर कम हुई परन्तु श्री बज्रेश्वरी मंदिर न्यास के नगद चढ़ावे में थोड़ा से इजाफा हुआ है। मंदिर न्यास को इन शरद कालीन नवरात्रों में 48 लाख 3971 रूपये का नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ है जबकि गत वर्ष के शरदकालीन नवरात्रों में माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर न्यास को 46 लाख 87936 नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ था। सोने चांदी के चढ़ावे में जहां सोने में गिरावट दर्ज हुई वही चांदी का चढ़ावे में 1 किलो का इजाफा हुआ है। इस वर्ष नवरात्रों में श्रद्धालुओं द्वारा 31 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया गया जबकि गत वर्ष 32 ग्राम 800 मिलीग्राम सोना मंदिर न्यास को प्राप्त हुआ था। इन नवरात्रों में 6 किलो 622 ग्राम चांदी प्राप्त हुई जबकि 5 किलो 589 ग्राम चांदी पिछल्ले नवरात्रों में श्रद्धाओं द्वारा चढ़ाई गई थी।