जिला के प्ले स्कूलों में सुविधाएं दुरूस्त करें अधिकारी : DC प्रदीप कुमार
फतेहाबाद / 24 जून / न्यू सुपर भारत
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शुरू किए गए 234 प्ले स्कूलों में सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश देते हुए उपायुक्त प्रदीप कुमार ने संबंधित बीडीपीओ से कहा है कि वे इन प्ले स्कूलों में शौचालयों व पीने के पानी की व्यवस्था दुरूस्त करवाएं। उन्होंने जिन अधिकारियों को प्ले स्कूल अलॉट किए गए है, उनसे भी कहा है कि वे लगातार इन प्ले स्कूलों का निरीक्षण करें और सुविधाओं का ईजाफा करवाए। उपायुक्त लघु सचिवालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम में महिला एवं बाल विकास विभाग सहित शिक्षा व पंचायत विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि खेल-खेल में छोटे बच्चों को कुछ नया सीखाने और शिक्षा में उनकी रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों को अब प्ले स्कूल के रुप में अपग्रेड किया गया है, यह बहुत की सराहनीय कदम है। प्रदेश में पहली कक्षा से पहले पूर्व प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-स्कूल में बदला है। प्रथम चरण में जिला के 234 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में अपग्रेड करके उद्घाटन किया गया है।
उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग से कहा कि वे इन प्ले स्कूलों में बच्चों की योग्यता और रुचियों को ध्यान में रखते हुए प्री स्कूल शिक्षा प्रदान करें। प्ले स्कूलों में बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्ले स्कूल में बच्चे के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रख कर अनेक गतिविधियों तथा खेल-खेल से पढ़ाया जाएगा। जैसे शारीरिक विकास के लिए बटन लगाना, चुटकी बजाना, ताली बजाना, क्ले से खेलना आदि शामिल है।
इससे बच्चे की सूक्ष्म मासपेशियों का विकास होता है। रस्सी कूदना, उछलना, रस्सी पर चलना, सीढिय़ा चढऩा, उतारना, हल्का व्यायाम करना आदि शामिल रहेगा। इससे बच्चे का मानसिक व शारीरिक विकास होता है। वर्गीकरण करना, आकार बताना, छोटा-बड़ा बताना, मिलान करना, स्वाद बताना, खुशबू पहचान करना आदि से बौद्धिक विकास होगा।
प्ले स्कूल में आकर प्रार्थना करना, एक साथ खेलना, अपनी बारी का इंतजार करना आदि से सामाजिक विकास होगा। कहानी सुनना व सुनाना, बालगीत, नृत्य, स्वतंत्र वार्ता आदि से भाषा का विकास होगा। क्ले से खेलना, रंग भरना, ड्राइंग करना, ब्लॉक्स के साथ खेलने से शारीरिक, बौद्धिक और रचनात्मक विकास होगा। इस प्रकार खेल-खेल में और गतिविधियों के माध्यम से बच्चे को स्कूल जाने से पहले कैसे तैयार किया जाएगा।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि प्ले स्कूलों में सुविधाएं जैसे कूलर, पंखा, खेलकूद का सामान आदि उपलब्ध करवाने के लिए सामाजिक-धार्मिक संगठनों का सहयोग लिया जा रहा है। कुछ संगठन इसमें आगे आए है और उन्होंने प्ले स्कूलों में ये सुविधाएं उपलब्ध करवाई है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने अलॉट किए गए प्ले स्कूलों में सुविधाओं का जायजा लें और कमी होने पर पूरा करवाए।
इस बैठक में एसडीएम राजेश कुमार, सीटीएम सुरेश कुमार, डिप्टी सीईओ एवं बीडीपीओ भूना आंचल भास्कर, सीएमजीजीए रितेश कॉल, डीडीपीओ बलजीत सिंह, डीईओ दयानंद सिहाग, महिला एवं बाल विकास अधिकारी दर्शना देवी, बीडीपीओ महावीर सिंह, नरेंद्र कुमार, विनय प्रताप सिंह सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।