सितम्बर माह में चलेगा पोषण अभियान आहार आदतों बारे किया जाएगा जागरुक
ऊना / 30 अगस्त / न्यू सुपर भारत
पर्याप्त खाद्यान्न भण्डार मौजूद होने के बावजूद भारत में कुपोषण एक विकट समस्या बनी हुई है तथा आहार आदतों के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से प्रति वर्ष सितम्बर माह में पोषण अभियान चलाया जाता है जिसके तहत लोगों को पोषित आहार के बारे में जागरुक किया जाता है। यह बात आज उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में पोषण अभियान के तहत जिला में कार्यान्वित की जाने वाली विभिन्न विभागों की गतिविधियों की रणनीति पर बैठक की।
उपायुक्त ने समेकित बाल विकास परियोजना ऊना के तहत पोषण माह तथा विभिन्न विभागों की गतिविधियों के अंतर्गत कार्यान्वित की जाने वाली गतिविधियों बारे जानकारी हासिल की तथा अभियान का प्रभावी रूप से कार्यान्वयन करने के लिए सभी विभागों को आपसी तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिये ताकि प्रत्येक ज़िलावासी तक इस अभियान की पहुंच सुनिश्चित की जा सके। विशेषकर किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण के विषय में जागरूक बनाना तथा उन्हें उचित पोषण उपलब्ध करवाना है।
उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्त भारत की परिकल्पना साकार करने के लिए सभी तक उचित पोषण पहुंचाना आवश्यक है। इस दिशा में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भूमिका बेहद अहम है। अभियान का उद्देश्य जनसाधारण को पोषण की मूल अवधारणा से अवगत करवाने तथा लक्षित वर्ग को जागरूक बनाना है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि महिला एवं बाल विकास द्वारा आंगनवाड़ी स्तर पर, पर्यवेक्षक वृत्त स्तर पर तथा परियोजना स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनके माध्यम से लक्षित वर्गों को पौष्टिक आहार के संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए जन-जन केे सहयोग के साथ-साथ जन-प्रतिनिधियों, स्कूल प्रबंधन समितियों, सरकारी विभागों, सामाजिक संगठनों तथा समस्त सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की समावेशी की भागीदारी को भी शामिल करने के निर्देश दिये।
डीपीओ आईसीडीएम सतनाम सिंह, उपनिदेशक कृषि कुलभूषण धीमान, उपनिदेशक उच्च शिक्षा जनक सिंह, पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार, सीडीपीओ ऊना कुलदीप सिंह दयाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।