एनएसएस शिविरों से विद्यार्थियों के चरित्र का होता है सर्वांगीण विकास : दयानंद सिहाग
फतेहाबाद / 8 दिसंबर / न्यू सुपर भारत
राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविरों से विद्यार्थियों के चरित्र का सर्वांगीण विकास होता है, इसलिए इस प्रकार के शिविरों में अधिक से अधिक भाग लेना चाहिए। यह बात जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने गांव हसंगा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर के चौथे दिन स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कही।कार्यक्रम के दौरान डीईओ श्री सिहाग ने जिलेभर के स्कूलों से शिविर में भाग ले रहे स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करते हुए शिविर के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों में बढ़चढक़र भागीदारी करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में प्रतिभागी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया, साथ ही प्रशंसा पत्र भी वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में व्यक्तित्व के निर्माण के लिए विद्यार्थियों में रचनात्मक कौशल होना जरूरी है। राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविरों में सहभागिता करने से व्यक्तित्व में निखार आता है। ऐसे सात दिवसीय शिविर के माहौल से वॉलिंटियर्स काफी कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने चोरी, झूठ, पाप जैसे अवगुणों से दूर रहने का आह्वान करते हुए वॉलिंटियर्स से कहा कि अनुशासन के दायरे में रहकर हमेशा भविष्य निर्माण के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। स्वयंसेविकों को इस शिविर में मिलने वाला ज्ञान अपने साथियों के साथ साझा करना चाहिए।
इस दौरान एनएसएस जिला प्रभारी रोहताश कड़वासरा व कार्यक्रम अधिकारी जय सिंह पानू ने सात दिवसीय शिविर की रूपरेखा पेश कर एनएसएस स्वयंसेवियों को लगन से काम करने के लिए प्रेरित किया। प्रिंसिपल सुभाष टाक ने एनएसएस शिविर में प्रतिभागियों को चरित्र निर्माण पर बल देने को कहा। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता है, इसलिए लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करना चाहिए।
उन्होंने शिविरार्थियों से शिविर में अनुशासन शालीनता से रहने की सीख दी। इस अवसर पर प्रोग्राम अधिकारी विजय भूना, प्रोफेसर हरविंदर बागड़ी, राजकुमार सुथार, रणधीर सिंह, सुरेंद्र, विनय कुमार, सत्यवान, बलविंद्र, बबिता, अंजू बाला, वंदना, सुखविंद्र कौर, आंचल, दिलबाग, सरपंच वकील सिंह, गुरदीप, रामधारी तैंदर डेलू, कृष्ण ढाका, रवि कुमार सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।