1 नहीं 2 भी नहीं बल्कि 11 डॉक्टर्स के तबादलों से मंडी में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल: राकेश जमवाल
मंडी / 26 दिसंबर / राजन पुंछी /
1 नहीं 2 भी नहीं बल्कि 11 डॉक्टर्स 2 हफ्तों में सुक्खु सरकार ने बदल डाले है। हालांकि 2 सप्ताह में 11 डॉक्टरों के ट्रांसफर के बावजूद उनकी जगह नई नियुक्तियां भी नहीं की गईं है। नतीजन इससे इमरजेंसी सेवाएं ठप हो गई हैं, और मरीजों को समय पर इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बदहाल हो रही हैं और मंडी जिला इसकी सबसे बड़ी कीमत चुका रहा है। मंडी जोनल अस्पताल और नेरचौक मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के लगातार तबादलों ने स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह चरमरा दिया है।
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और सुंदरनगर के विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी विषयों पर ध्यान नहीं देकर जनता को धोखा दिया है। राकेश ने कहा कि मंडी जोनल अस्पताल में 48 स्वीकृत पदों में से 16 पद खाली हो चुके हैं। हाल ही में यहां से 5 इमरजेंसी सेवाओं में तैनात डॉक्टरों का ट्रांसफर कर दिया गया, जबकि एक सप्ताह पहले ही 2 डॉक्टर बदले गए थे। यही हाल नेरचौक मेडिकल कॉलेज का है, जहां अब इमरजेंसी सेवाओं में केवल एक डॉक्टर बचा है। आयुष्मान भारत, हिमकेयर और सहारा योजना जैसी योजनाए जो प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते ठप पड़ी हैं के कारण मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, और वे दर-दर भटकने पर मजबूर हैं।
राकेश जमवाल ने मांग की कि बदले गए डॉक्टरों की जगह तुरंत नई नियुक्तियां की जाएं और मंडी सहित पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो जाएंगी।