चिकित्सा के आभाव में किसी की जिंदगी नहीं जानी चाहिए, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें यहीं मेरा ध्येय-मंत्री अनिल विज
अम्बाला / 31 जुलाई / न्यू सुपर भारत
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने डॉक्टरों को सैल्यूट करते हुए कहा कि ‘डॉक्टर भगवान तो नहीं परन्तु भगवान से कम भी नहीं हैं, सरकार और मेरा ध्येय है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह अमीर है या गरीब, चिकित्सा सुविधा के अभाव में उसकी जिंदगी नहीं जानी चाहिए और हम सबको मिलकर इस दिशा में कार्य करना है, चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या प्राइवेट।
स्वास्थ्य मंत्री श्री विज रविवार को अम्बाला के किंगफिशर पर्यटन स्थल अम्बाला शहर में हरियाणा मैडिकल काउंसिल द्वारा आयोजित ‘हरियाणा चिकित्सक गौरव अवार्ड’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेशभर से आए डॉक्टरों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे। मौके पर उन्होंने प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ घोषित किए गए अस्पताल एवं चिकित्सकों को स्मृति चिन्ह व प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित किया। हरियाणा के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की श्रेणी में अम्बाला छावनी के सिविल अस्पताल को प्रथम घोषित किया गया।
इसके अलावा दूसरे स्थान पर पंचकूला सिविल अस्पताल और तीसरे स्थान पर करनाल सिविल अस्पताल रहा। अस्पताल के स्टाफ को मंत्री विज ने सम्मानित किया। इसके अलावा प्रदेशभर से लगभग 70 सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के डाक्टरों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डा. आरके अनेजा व रजिस्ट्रार डा. संदीप छाबड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भगवान शिव की प्रतिमा भेंट की जबकि एसीएस राजीव अरोड़ा एवं डीजी हेल्थ डा. वीणा सिंह को स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिनंदन किया।
मौके पर डीसी विक्रम सिंह, एसडीएम डा. बलप्रीत सिंह, सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह, पीएमओ डा. राकेश सहल, संजीव वालिया, सुरेन्द्र तिवारी, शैली खन्ना, दीपक भसीन, आशीष अग्रवाल, विकास जैन सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
स्वास्थ्य बजट पहले 1700 करोड़ था आज 6500 करोड़ है, देश में पहली बार हरियाणा में हो रही मैपिंग- स्वास्थ्य मंत्री अनिल विजस्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अभी मंजिल दूर है, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभी और कार्य करने हैं। हर आदमी को चिकित्सा सुविधा उसके नजदीक मिले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है।
इस सर्वे में डब्ल्यूएचओ के मापदंडों के तहत कहां पर चिकित्सा के क्षेत्र में क्या-क्या सुविधाएं चाहिए, उन सभी का आंकलन किया जाएगा। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है, जो इस प्रकार की मैपिंग करवा रहा है, मैपिंग के जरिए जाना जाएगा कि कहां-कहां क्या-क्या स्वास्थ्य सेवाओं की जरुरत है। उन्होंने कहा कि जब 2014 में वह स्वास्थ्य मंत्री बने थे, उस समय स्वास्थ्य विभाग का बजट 1700 करोड़ रुपये था, अब यह बढक़र 6500 करोड़ रुपये हो गया है।
हमारा प्रयास है कि जहां पर बिल्डिंग की हालत ठीक नही है, उन भवनों को दुरूस्त करने का काम किया जाए। उन्होंने कहा कि हम बैस्ट सर्विस तो चाहते हैं, उसके लिये बैस्ट एन्वायरमैंट भी होना चाहिए तथा उस दिशा में हम लगे हुए हैं। डॉक्टरों को उनके रूतबे के मुताबिक सैलरी मिले, अन्य सुविधाएं मिले, इसके लिये विभाग निरंतर कार्य कर रहा है।
कोरोना काल में डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने लाखों जीवन बचाए-स्वास्थ्य मंत्री विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस मौके डॉक्टरों को सैल्यूट करते हुए कहा कि डॉक्टर भगवान तो नहीं परंतु परन्तु भगवान से कम भी नही हैं। कोरोना वैश्विक महामारी में डॉक्टरों के साथ-साथ पैरा मैडिकल स्टाफ व अन्य ने अपनी जिंदगी की परवाह न करते हुए लाखों लोगों की जिंदगियों को बचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वह खुद इसके साक्षी हैं। कोरोना महामारी की चपेट में आने के बाद उनकी हालत काफी गंभीर भी हो गई थी।
भगवान उन्हें अपनी तरफ खींच रहा था लेकिन डॉक्टर उन्हें अपनी तरफ खींच रहे थे और उन्हीं की बदौलत उन्हें वापिस जिंदगी मिली है। वह पूरी डॉक्टर कम्यूनिटी को सैल्यूट करते हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति अपने काम को करते हुए सम्मान चाहता है। वह भी चाहते हैं कि जो व्यक्ति अच्छा कार्य करे, उसे सम्मान मिलना चाहिए। गीता में भी कहा गया है ‘कर्मण्यवाधिकारस्ते मां फलेसु कदाचन’ अर्थात व्यक्ति को काम करने का अधिकार है, फल की इच्छा न करें।
हर साधारण व्यक्ति निष्काम भाव से कार्य करता है और उसे कार्य के बदलते प्रोत्साहित न किया जाए तो वह कईं बार निराश भी हो जाता है। काम के साथ-साथ व्यक्ति को प्रोत्साहित किया जाना बहुत जरूरी है। हरियाणा मैडिकल काउंसिल द्वारा आज जो यह कार्य किया गया है और इस विषय को चुना गया है, वह उसकी प्रशंसा करते हैं।
हर विभाग बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करें-स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हर विभाग बेहतर कार्य करने वाले को प्रोत्साहित करे। गृह विभाग में 30 अवार्ड घोषित किये गये हैं, जिसमें से 10 हरियाणा के मुख्यमंत्री, 10 वह स्वंय और 10 डीजीपी दे सकते हैं। यह अवार्ड अच्छा कार्य करने वाले, अच्छी तफ्तीश करने वाले व बहादुरी का परिचय देने वालों को दिया जाना शामिल है। इसके साथ-साथ जिन्हें यह अवार्ड दिया जाएगा, उन्हें 6 महीने की विभाग द्वारा एक्सटेंशन देने का भी प्रावधान है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस प्रकार के अवार्ड दिये जाएं, उस पर चर्चा की जा रही है।
छावनी सिविल अस्पताल में चार वर्षों में 10 हजार से ज्यादा स्टंट डाले जा चुके-अनिल विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सिविल अस्पताल अम्बाला छावनी में पिछले चार वर्षों में 10 हजार से अधिक लोगों को स्टंट डालने का काम किया जा चुका है और स्टंट डालने के लिए मात्र 54 हजार रुपये की राशि खर्च होती है। आयुष्मान भारत कार्ड के साथ-साथ जिन लोगों का बीपीएल कार्ड है, उन लोगों को यह सुविधा निशुल्क प्रदान की जाती है।
पहले तो यह हालात थे कि यदि किसी को दिल की बीमारी हो जाती थी और उस व्यक्ति के पास पैसे नहीं होते थे तो वह व्यक्ति अपनी जिंदगी की उल्टी गिनती शुरू कर देता था लेकिन अब स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार किया जा रहा है। उन्होंने कहा निजी अस्पताल भी चिकित्सा के क्षेत्र में निरंतर कार्य करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
फरीदाबाद का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि निजी अमृत अस्पताल की विशेषता यह है कि यहां पर 2400 बैड की व्यवस्था रहेगी। यहां पर मैडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, 300 पैड्रियोटिक बैड व 550 आईसीयू बैड शामिल हैं। यहां पर जो लैब बनेगा, वो पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी। ब्लड कलैक्सन के अलावा जांच का सारा कार्य रोबोट के द्वारा किया जाएगा।
जब डॉक्टरों ने सीट से उठकर स्वास्थ्य मंत्री विज के सम्मान में तालियां बजाई
कार्यक्रम में हरियाणा मैडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डा. आरके अनेजा ने मुख्य अतिथि के साथ-साथ अन्य अतिथियों का यहां स्वागत करते हुए हरियाणा मैडिकल काउंसिल द्वारा किये जा रहे कार्यों बारे जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के कुशल नेतृत्व में हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किये जा रहे हैं। चिकित्सा सुविधाओं के क्षेत्र में हरियाणा पूरे देश में अग्रणी स्थान पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना कॉल में स्वास्थ्य मंत्री विज ने बीमार होते हुए भी चंडीगढ़ व अन्य स्थानों पर जाकर निरंतर कार्य किया जिसके लिये वह उन्हें सैल्यूट करते है। इसके उपरांत सभी डॉक्टरों ने अपनी सीट से खड़े होकर स्वास्थ्य मंत्री के सम्मान में तालियां बजाई।
स्वास्थ्य मंत्री विज ने विभिन्न जिलों से इन डॉक्टरों को सम्मानित किया
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अम्बाला छावनी से डा. सुभाष धमीजा, डा. अश्वनी मोदगिल और डा. राघव शर्मा, भिवानी से डा. सुमन विश्वकर्मा, डा. आदिती शर्मा, डा. वंदना पुनिया, चरखी दादरी से डा. आशीष मान व डा. दीपक गुप्ता, स्वास्थ्य महानिदेशक कार्यालय से डा. ज्योति कौशल, डा. निर्मल सिद्धु और डा. सूबे सिंह (एनएचएम), फरीदाबाद से डा. गजराज सिंह व डा. राकेश गुप्ता, अम्बाला शहर से डा. हितेश वर्मा, डा. सुखप्रीत सिंह व डा. राजीव अग्रवाल,
फतेहाबाद से डा. मनीष टुटेजा और डा. वीरेंद्र सिवाच, अम्बाला से सीएमओ डा. कुलदीप सिंह, आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डा. पुनीता हसीजा, उपाध्यक्ष डा. विवेक मल्होत्रा, सचिव डा. दिव्या सक्सेना और अम्बाला से जिलाध्यक्ष डा. डीएस गोयल एवं डा. रोजी अनेजा, पीजीआई रोहतक से डा. अश्विनी कुमार, बीपीएस खानपुरकलां से डा. सरिता यादव, एसएसकेएम मेडिकल मेवात से डा. योगेश कुमार और डा. वर्धमान जैन, ईएसआईसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल फरीदाबाद से डा. एके पांडे, कल्पना चावला मेडिकल कालेज से डा. जगदीश चंद्र दुरेजा,
महाराजा अग्रेन मेडिकल कालेज अग्रोहा हिसार से डा. राजीव चौहान, एमएम मेडिकल कालेज मुलाना से डा. अमित मित्तल, एसजीटी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल गुरूग्राम से डा. मुकेश शर्मा, वर्ल्ड कालेज ऑफ मेडिकल साइंस झज्जर से डा. श्याम सुंदर नागपाल, एनसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल इसराना पानीपत से डा. तौफीक फर्खी, आदेश मेडिकल कालेज एंड अस्पताल शाहबाद से डा. नरेश ज्योति, श्री अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय मेडिकल कालेज से डा. गौत्तम गोले, मिशन अस्पताल अम्बाला शहर से डा. सुनील सादिक शामिल हैं।
हिसार से डा. तरूण कुमार और डा. जगपाल सिंह नलवा, झज्जर से डा. जयमाला, डा. मनीष शर्मा और डा. ज्योजित मलिक, जींद से डा. जय कुमार मान, डा. सुभाष चंद्र अग्रवाल और डा. श्वेता जैन, कैथल से डा. अनिल अग्रवाल, डा. एके मित्तल और डा. रितेश गोयल, करनाल से डा. अनु शर्मा और डा. संजय खन्ना, कुरुक्षेत्र से डा. जगमिंद्र सिंह व डा. सुरेंद्र मेहता, नारनौल से डा. हर्ष चौहान और डा. रोहताश यादव, मेवात से डा. विशाल सिंगला और डा. महेंद्र गर्ग,
पलवल से डा. ब्रह्मदीप सिंधु और रजनीश गुप्ता, पानीपत से डा. मनीष पासी और डा. प्रताप मलिक, पंचकूला से डा. मुक्ता, डा. पंकज गर्ग, डा. राणा संदीप सिंह और डा. वीके नौहेरिया, रेवाडी से डा. रणवीर और डा. विजेंद्र यादव, रोहतक से डा. रमेश चंद्र और डा. परमजीत रौहिला, सिरसा से डा. पंकज शर्मा और डा. प्रवीण अरोड़ा, सोनीपत से डा. अलंकृत गेरा और डा. प्रशांत त्यागी, यमुनानगर से डा. अनूप गोयल और डा. लोकेश गर्ग, गुरुग्राम से डा. जयप्रकाश और डा. जवॉय चक्रवर्ती, हरियाणा मेडिकल काउंसिल के समस्त स्टाफ को भी सम्मानित किया गया।