फतेहाबाद / 22 दिसंबर / न्यू सुपर भारत
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 के अवसर पर जिला स्तरीय समारोह का आयोजन स्थानीय पंचायत भवन में किया गया। प्रातकालीन सत्र में हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो व किसान कल्याण प्राधिकरण के चेयरमैन सुभाष बराला व दोपहर बाद आयोजित कार्यक्रम में रतिया के विधायक लक्ष्मण नापा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त अजय सिंह तोमर, आईएएस ने की।चेयरमैन सुभाष बराला व विधायक लक्ष्मण नापा ने अधिकारियों व क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों के साथ विभिन्न विभागों तथा सामाजिक-धार्मिक संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी स्टालों का निरीक्षण किया और दो दिवसीय गीता महोत्सव समारोह का शुभारंभ किया।
इससे पहले उपायुक्त ने हवन यज्ञ में सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ आहूति डाली और गीता पाठ किया। चेयरमैन बराला व विधायक नापा ने नागरिकों को शुभ संदेश देते हुए कहा कि हर व्यक्ति को श्रीमद भगवत गीता के संदेश को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।इस मौके पर चेयरमैन सुभाष बराला ने कहा कि गीता जीवन जीने की पद्धति है। जीवन को किस प्रकार से व्यतीत किया जाए, यह गीता में स्पष्ट रूप से बताया गया है। हर चीज का समाधान गीता ग्रंथ के श£ोकों में दिखाई देता है। गीता ग्रंथ को जितनी बार पढ़ा जाए, उतना ही कम है। आज प्रदेश और देश ही नहीं विदेश में भी गीता ग्रंथ के श£ोकों की गूंज सुनाई दे रही है।
उन्होंने कहा कि भारत में अनेक ग्रंथ है। सभी ग्रंथ और धर्मों में जीवन को सफल बनाने तथा किस प्रकार से मोक्ष प्राप्त किया जाए, इसका वर्णन किया गया है। सभी ग्रंथों को आधार गीता सार से ही मिला है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से इंद्रियों को वश में करके परमात्मा को प्राप्त किया जा सकता है, उसी प्रकार से समाज के हर वर्गों के उत्थान के लिए या उन्हें उसका उचित न्याय दिलाने के लिए एकात्म मानव दर्शन सिद्धांत काम कर रहा है।
चेयरमैन बराला ने कहा कि कल्याणकारी राज्य की स्थापना में क्या हो, यह एकात्म मानव दर्शन दिखाता है। यह गीता के आधार से ही लिया गया है। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव का मकसद गीता संदेश को घर-घर तक पहुंचाने का है और इसकी सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम सभी लोग संकल्प लें कि गीता का अध्ययन समय निकालकर करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर जिस प्रकार संयुक्त राष्ट्र संघ ने योग के महत्व को समझते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाना शुरू किया है उससे भारत को अंतरराष्टीय स्तर पर नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार योग के बाद श्रीमद भगवत गीता ग्रंथ को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा का गौरव बढ़ाया है।
कार्यक्रम में रतिया के विधायक श्री लक्ष्मण नापा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकली गीता ग्रंथ में केवल ज्ञान ही नहीं बल्कि विज्ञान भी है। किसी भी देश, धर्म, समुदाय या क्षेत्र का लेखक, वैज्ञानिक अथवा धर्मगुरु गीता के महत्व को नकार नहीं सका है। उन्होंने कहा कि संसार में ऐसा कोई ग्रंथ नहीं जो ज्ञान के मामले में गीता का मुकाबला कर सके। पाप-पुण्य, धर्म-अर्धम, संकल्प-विकल्प, अर्थ-काम-क्रोध-मोह, आत्मा व परमात्मा सहित जीवन के हर पहलु की व्याख्या गीता के 18 अध्यायों में हमें मिलती है।
इसकी असली महत्ता को वही समझ सकता है जो इसका गहराई से अध्ययन करता है। गीता हमें कर्म के संदेश के माध्यम से बहुत बड़ा ज्ञान देती है जिसमें फल की चिंता न करने की बात कहकर लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित्त होने का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि जब-जब भी धर्म की हानि हुई तथा पापियों का नाश करने के लिए भारत देश में संत-महात्माओं व महापुरूषों ने अवतार लिया और जनता का उद्वार किया।विधायक ने कहा कि जन कल्याण और मानव कल्याण के शांति स्थापित करने की दिशा में गीता ग्रंथ का संदेश पूरी दुनिया में गया है। उन्होंने कहा कि गीता जिंदगी के हर पडाव पर अलग-अलग अर्थ निकालती है। मुख्य तौर पर व्यक्ति गीता का एक श£ोक भी अपने मन में बैठा ले तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है।
जब व्यक्ति के जीवन में ठहराव आ जाता है तो गीता ग्रंथ उसे ऊर्जा देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से हमें अपनी संस्कृति व सभ्यता को गीता जयंती के माध्यम से ऊजागर करने का अवसर मिला।इस दौरान उपायुक्त अजय सिंह तोमर, आईएएस ने मुख्यातिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि दो दिवसीय गीता महोत्सव में सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि गीता अपने आप में आत्म-मार्गदर्शक ग्रंथ है और जितना अधिक इसका प्रसार आमजन में होगा उतना ही सुखी हमारा सामजिक जीवन होगा। उन्होंने कहा कि जीवन और व्यवसाय के हर क्षेत्र ने गीता की शिक्षाओं को अपने नजरिए से अपनाया है और सफलता हासिल की है।
महान ग्रंथ गीता के बारे में आने वाली पीढिय़ों को भी ज्ञान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया के बड़े-बड़े भी गीता ग्रंथ को विज्ञान मानते है। आयोजित सेमीनार में एडवोकेट संत कुमार टूटेजा, अध्यापिका वीना, टेकचंद शास्त्री, सुदामा शास्त्री, आदि वक्ताओं ने गीता की महिमा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने महान गं्रथ गीता पर आधारित श्री कृष्ण भगवान की लीलाओं पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर एडीसी डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रांगी, जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, बजरंग गोदारा, जिप सीईओ अजय चोपड़ा, डीएमसी संजय बिश्रोई, एसडीएम राजेश कुमार, चेयरमैन राजेंद्र खिची, उपाध्यक्ष सविता टूटेजा, महिला नेत्री राखी मक्कड़, प्रवीण जोड़ा, गुलशन हंस, अनिल सिहाग, जगदीश शर्मा, भीम लांबा, लायक राम गढ़वाल, दर्शन नागपाल रणजीत ओड, नरेश तनेजा, राम कुमार मेहरा, भवानी सिंह, मुख्तयार बाजीगर, अवतार सिंह मोंगा, जगदीप सिंह मोंगा, राम सिंह, अजय मेहता, मुल्ख राज चावला, रामचंद्र रेलहन, सतपाल बाजीगर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली बच्चे तथा क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।