सिरमौर / 15 जून / न्यू सुपर भारत ///
Sirmaur Police Head Constable Case : सिरमौर पुलिस के हेड कांस्टेबल जसवीर पिछले कुछ दिनों से सुर्ख़ियों में है और अब उनके मिलने के बाद कई खुलासे हुए हैं। शनिवार को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉ. डीके चौधरी ने कहा कि हेड कांस्टेबल जसवीर लापता नहीं थे, बल्कि जानबूझ कर छिप रहे थे. पुलिस को वह कड़ी मेहनत के बाद हरियाणा के नारायणगढ़ के पास एक ट्यूबवेल पर लेटे हुए पाए गए. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कोई भी अपने मोबाइल फोन से ज्यादा देर तक दूर नहीं रह सकता, उनके परिवार और परिचितों पर यह दबाव डाला गया कि ऐसा नहीं हो सकता की जसवीर किसी के कांटेक्ट में न हो.
हेड कांस्टेबल अपने परिवार से संपर्क में था. शुक्रवार रात को पांवटा साहिब की एसडीपीओ अदिति सिंह काला अंब में मौजूद थीं और सूचना मिलने के बाद वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और हेड कांस्टेबल को नाहन लेकर आईं। जसवीर की तबीयत ठीक नहीं थी और बाद में उसे नाहन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. अभी तक हेड कांस्टेबल का बयान नहीं लिया गया है,जल्द ही उसका बयान लिया जाएगा।
मीडिया के एक सवाल के जबाब में सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉ. डीके चौधरी ने कहा की जिस तरह से पुलिस की छवि पर विपरीत असर पड़ा है. इस मामले पर कारवाई की जाएगी।
एक सवाल का जवाब देते हुए एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने कहा कि इस पूरी घटना के होने से पहले एक अन्य मामले में 17 मई को कालाअंब में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी. अभियोग में जसवीर पर 45,000 रुपये की रिश्वत देने का आरोप लगाया गया था. इस दौरान शिकायतकर्ता ने पुलिस को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मुहैया कराई. मामले की जांच की जिम्मेदारी डीएसपी हैडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर को सौंपी गई थी और मामले की जांच की गई. प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। मामले में आगे की जांच और कार्रवाई की होनी थी, लेकिन इस बीच, नई घटना सामने आई, जिसमें जसवीर ने वीडियो वायरल किया और छिप गया।
पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा ने कहा कि कालाअंब के देवनी में हुई पंजाब के लोगों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ की गई मारपीट की घटना की जांच की जिम्मेदारी अब सीआईडी को सौंपी गई है। इस मामले में आईजी हिमाचल पुलिस की ओर से सिरमौर पुलिस को आदेश जारी कर दिए हैं।