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अन्नदाता के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मोदी सरकार समर्पित: अनुराग ठाकुर

*पौंग डैम,गोविंद सागर व अन्न कई इलाक़ों में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देगी प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना

नई दिल्ली / शिमला / 10 सितम्बर / राजन चब्बा

केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों व पशुपालकों के आर्थिक सशक्तिकरण के प्रति समर्पित होने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मत्स्य संपदा योजना एवं ई-गोपाला एप की शुरुआत से करोड़ों किसानों को इसका लाभ मिलने की बात कही है।

श्री अनुराग ठाकुर ने कहा” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किसानों के हित में इतने कदम उठाए हैं, जितने पहले किसी सरकार ने नहीं उठाए। मोदी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने मत्स्य संपदा योजना व ई गोपाला एप को लॉन्च कर करोड़ों किसानों, पशु पालकों व मत्स्य उत्पादकों के आर्थिक सशक्तिकरण को एक नई दिशा दी है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से करीब 55 लाख से ज़्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा ऐसा हमारा विश्वास है। इस योजना के तहत इससे पांच साल में अतिरिक्‍त 70 लाख टन मछली का उत्‍पादन हो सकेगा। हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर के गोविंद सागर, पौंग डैम, देहरा से लगते कुछ स्थानों व अन्य कई जगह पर अच्छे पैमाने पर मत्स्य उत्पादन होता है इसलिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का बड़े पैमाने पर लाभ हिमाचल प्रदेश को भी मिलेगा।इस योजना के तहत 20,050 करोड़ रुपये मत्स्य क्षेत्र में अब तक का सबसे अधिक फंड है। इसमें से मरीन, इनलैंड फिशरीज और एक्वाकल्चर में लगभग 12340 करोड़ रुपये  और फिशरीज इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए लगभग 7710 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।मत्स्य पालन को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने से लाखों उत्पादक इससे लाभान्वित होंगे।”

आगे बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा” अभी तक देश में पशुधन का प्रबंधन करने वाले किसानों के लिए कोई डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध नहीं था जिससे पशुपालकों को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा ई-गोपाला ऐप की शुरुआत इस क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है जिसके माध्यम से कृत्रिम गर्भाधान, पशु की प्राथमिक चिकित्सा, टीकाकरण, उपचार आदि और पशु पोषण के लिए पशुपालकों का मार्गदर्शन किया जा सकेगा। वहीं टीकाकरण, गर्भावस्था निदान, शांत करने आदि के लिए नियत तारीख और किसानों को क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं,अभियानों के बारे में भी यह ऐप सूचित करेगा। पशुओं की अच्छी नस्ल के साथ ही उनकी देखरेख और उसको लेकर सही वैज्ञानिक जानकारी भी उतनी ही जरूरी होती है और इसीलिए बीते सालों से निरंतर टेक्नॉलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। यह एप पशुपालकों को उत्पादकता से लेकर उसके स्वास्थ्य और आहार से जुड़ी तमाम जानकारियां देगा।”

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