लोकल को ग्लोबल तक पहुँचाने का मिशन है आत्मनिर्भर भारत विजन: अनुराग ठाकुर
नई दिल्ली / शिमला / 4 सितम्बर / राजन चब्बा
हिमाचल प्रदेश:केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना महामारी से बदली वैश्विक परिस्थितियों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लोकल के लिए वोकल होने और उसे ग्लोबल बनाने के मिशन को आत्मनिर्भर भारत का विजन बताते हुए इस मंत्र से अर्थव्यवस्था के नई ऊँचाइयों पर पहुँचने की बात कही है।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा”कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में अर्थव्यवस्था की बढ़ती गति को झटका दिया है। हर देश अपने स्तर पर इससे उबरने के लिए प्रयासरत हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सम्यक् मार्गदर्शन में भारत भी आर्थिक मोर्चे पर इस महामारी के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए नीतिगत कदम उठा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आम आदमी और स्थानीय कामगारों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए वोकल फॉर लोकल और उसे ग्लोबल बनाने के मिशन के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत का विजन देश के सामने रखा है। आत्मनिर्भर भारत लोकल को ग्लोबल के साथ जोड़ता है।
यह सुनिश्चित करता है कि भारत ग्लोबल फोर्स मल्टीप्लायर के रूप में काम कर सकता है। भारत पूरी दुनिया को विभिन्न अवसरों की पेशकश करता है। ये अवसर पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर दोनों में हैं। हाल ही में कोयला, खनन, रेलवे, रक्षा, अंतरिक्ष और एटॉमिक एनर्जी जैसे सेक्टरों मेंपब्लिक और प्राइवेट प्लेयर्स को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए मोदी सरकार ने कई अहम निर्णय लिए हैं जो हमारी अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा” आगे बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा” भारत अवसरों का देश है व भारत के अंदर आपदा को अवसर में बदलने की अनूठी क्षमता है। कोरोना संकट के इस दौर में जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था अनिश्चितता व उतार चढ़ाव के दौर से गुजर रही है ऐसे में मोदी सरकार की प्रभावी आर्थिक नीतियों, विकल्पों के समन्वय, अवसरों की अधिकता व हमारे बाज़ारों के खुलेपन के कारण भारत निवेश के लिए सर्वोत्तम जगह है। आज पूरी दुनिया भारत की तरफ़ आशाभरी निगाहों से देख रही है।
पिछले छह सालों में हमने अपनी अर्थव्यवस्था को और खोलने व इसमें निरंतर सुधार करने की दिशा में कई प्रयास किए हैं। सुधारों से प्रतिस्पर्धा, पारदर्शिता, डिजिटाइशन और इनोवेशन को बल देने के साथ साथ हमने नीतियों में स्थिरता व इसे सुचारु रूप से लागू करने का काम किया है। हमने अपने आत्मनिर्भर भारत अभियान के जरिए दुनिया के सामने प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने, अर्थव्यवस्था को बल देने व आर्थिक समृद्धि को हासिल करने का एक विजन दिया है।
महामारी ने दुनिया को दिखा दिया कि ग्लोबल सप्लाई चेन को विकसित करने का फैसला केवल कॉस्ट पर बेस्ड नहीं होना चाहिए।यह भरोसे पर भी बेस्ड होना चाहिए। भारत में यह योग्यताएं हैं जिसके परिणामस्वरूप भारत विदेशी निवेशकों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बनकर उभर रहा है, चाहे वो अमेरिका हो, या खाड़ी देश, यूरोप हो या ऑस्ट्रेलिया, पूरा विश्व हम पर विश्वास करता है। इस वर्ष हमारे यहां 20 अरब डॉलर से अधिक का विदेशी निवेश हुआ है, गूगल, अमेजॉन समेत कई कंपनियों ने भारत के लिए लॉन्ग टर्म प्लान्स का एलान किया है। विकास के लिए निवेश के महत्व को हम अच्छी तरह समझते हैं। केंद्र सरकार डिमांड और सप्लाई दोनों को बढ़ाने पर जोर दे रही है।हम मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को बढ़ावा देने के लिए सभी ज़रूरी जरूरी प्रयास कर रहे हैं।