नई दिल्ली / शिमला / 26 सितम्बर / राजन चब्बा
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मोदी सरकार द्वारा किसानों के हित में लाए गए किसान बिलों का कांग्रेस पार्टी द्वारा किए जा रहे अनुचित विरोध को भ्रामक और अन्नदाता को गुमराह करने वाला बताते हुए किसानों को इन अफ़वाहों से बचने की अपील की है।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा”गरीब हो, किसान हो, श्रमिक हो, महिलाएं हो ये सभी आत्मनिर्भर भारत के मजबूत स्तंभ हैं। इसलिए इनका आत्मसम्मान और इनका आत्मगौरव ही आत्मनिर्भर भारत की प्राण शक्ति है भारत की प्रेरणा है। इनको सशक्त करते ही भारत की प्रगति संभव है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अन्नदाता की आय दुगुनी करने,फसलों का सही मूल्य दिलाने,कृषि को तकनीकी से जोड़ने के लिए निर्णायक कदम उठा रहे हैं और इसके लिए मोदी सरकार तीन बिलों को लोकसभा व राज्य सभा से पारित कराया है।मगर कांग्रेस पार्टी समेत विपक्षी दल इन किसान कल्याणकारी बिलों का अनुचित विरोध करके किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।किसान भाइयों को इनके झाँसे में आए बिना सत्यता की कसौटी पर मोदी सरकार की नीतियों और प्रतिबद्धता को परखें व मोदी जी पर भरोसा रखें कि वो किसान का अहित कभी भी नहीं होने देंगे। दशकों तक हमारे किसान भाई-बहन कई प्रकार के बंधनों में जकड़े हुए थे और उन्हें बिचौलियों का सामना करना पड़ता था। संसद में पारित विधेयकों से अन्नदाताओं को इन सबसे आजादी मिली है। इससे किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को बल मिलेगा और उनकी समृद्धि सुनिश्चित होगी।
आगे बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा”“हर विषय पर झूठ फैला कर भ्रम की स्थिति पैदा करने वाले विपक्ष को उनका यही हथियार बैकफ़ायर करेगा।किसानों को समझ में आ रहा है कि इस किसान बिल में उनके ख़िलाफ़ कुछ भी ग़लत नहीं है। इस बिल के अनुसार जब ठेका सिर्फ़ फ़सल का होना है,आढ़ती और मंडी की व्यवस्था पहले जैसी रहनी है तो विपक्ष किसानों को गुमराह करके क्या हासिल करना चाहता है। कांग्रेस ने जिस बात का ज़िक्र अपने घोषणा पत्र में किया था,मोदी सरकार ने उसे लागू करने का काम किया है।कांग्रेस पार्टी तब झूठ बोल रही थी या अब,उन्हें ये साफ़ करना चाहिए। अगर मोदी सरकार ने किसानों को उनकी फसल को बेचने के लिए विकल्प उपलब्ध कराए हैं तो इसमें विपक्ष को दिक़्क़त क्यों है। पिछले 6 वर्षों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से लगभग 7 लाख करोड़ रुपये की फसल खरीदी है जो UPA सरकार के 10 साल के शासन के दौरान खरीद के दोगुने से भी ज़्यादा है। क्या ये नहीं चाहते कि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो।किसानों के हित में पिछले 70 वर्षों में अटल जी और मोदी सरकार ने सबसे ज़्यादा काम किया है।स्वामीनाथन कमेटी की जो सिफ़ारिशें कोई सरकार लागू नहीं कर पाई,वो मोदी जी ने करके दिखाया है।