टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रोग्रेमेटिक इंटरवेंशन्स मंे हिमाचल को देश में पहला पुरस्कार
नई दिल्ली / शिमला / 24 मार्च / राजन चब्बा
भारत सरकार ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत राज्यों के कार्यक्रम संबंधी मध्यक्षेप (प्रोग्रेमेटिक इंटरवेंशन्स) की रैंकिंग की है जिसमें हिमाचल प्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार 50 लाख से अधिक आबादी वाले राज्यों की श्रेणी में प्रदान किया गया है।
हिमाचल प्रदेश को यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन ने प्रदान किया। प्रदेश की ओर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन डायरेक्टर डा. निपुण जिंदल और एसटीओ डा. गोपाल बेरी ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने आज यहां यह जानकारी देते हुए कहा कि भारत सरकार ने क्षय रोग उन्मूलन के लिए राज्य और जिला स्तरीय उप राष्ट्रीय प्रमाणन कार्यक्रम भी शुरू किया है। इसके अंतर्गत फरवरी 2021 में एक सर्वेक्षण किया गया था जिसमें हिमाचल प्रदेश में टीबी उन्मूलन के लिए ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों ने आवेदन किए थे। इसका परिणाम आज विश्व टीबी दिवस के अवसर पर घोषित किया गया।
उन्होंने कहा कि उप राष्ट्रीय प्रमाणन कार्यक्रम के लिए जिला लाहौल-स्पीति को क्षय रोग उन्मूलन की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए रजत पदक जबकि जिला किन्नौर, हमीरपुर, ऊना और कांगड़ा को कांस्य पदक प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार वर्ष 2030 तक क्षय रोग उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश ने मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना भी शुरू की है। इस वर्ष दि क्लाॅक इज टिकिंग विषय पर राज्य स्तरीय क्षय उन्मूलन दिवस का आयोजन किया गया। उन्होंने इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन पर संतोष जताया और आशा व्यक्त करते हुए कहा कि क्षय रोग उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य इसी तरह प्रतिबद्धता से कार्य करता रहेगा।