नई दिल्ली / शिमला / 08 अगस्त / राजन चब्बा
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने विभिन्न विषयों पर आयोजित सर्वे में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भारी बढ़त मिलने को मोदी सरकार की देशहित में नीतिगत फ़ैसलों का परिणाम बताया है।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा”सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास के मूलमंत्र से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में अपने दूसरे कार्यकाल के पहले एक वर्ष में देशहित व जनहित से जुड़े ऐसे अभूतपूर्व फ़ैसले लिए हैं जिनकी दशकों से देशवासियों को प्रतीक्षा थी।मोदी सरकार सामने आई हर चुनौतियों से निपटना भली भाँति जानती है तभी तो चाहे कोरोना हो या सीमा पर चीन की चुनौती या फिर आर्थिक मोर्चे पर नीतिगत फ़ैसले लेने की बात हो,प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर पूरे देश ने एकजुटता के साथ अपना विश्वास जताया है।एक सर्वे में आर्थिक मोर्चे पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के फ़ैसलों पर 72 प्रतिशत,चीन मामले पर 69 प्रतिशत ,कोरोना को देश में सम्भालने में 77 प्रतिशत व दूसरे देशों के मुक़ाबले कोरोना से बेहतर ढंग से निपटने में 91 प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए उपायों व उनकी नीतियों में विश्वास जताया है।यह दिखलाता है की देश मोदी सरकार के कर्तव्यपरायणता व सेवाभाव से पूरी तरह संतुष्ट है”
आगे बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा”मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में दशकों से बहुप्रतिक्षित शिक्षा नीति को लाने का भागीरथ कार्य हुआ है।’राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020′ वर्ष 1968 और वर्ष 1986 के बाद स्वतंत्र भारत की तीसरी शिक्षा नीति होगी।राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा की पहुँच, समानता, गुणवत्ता, वहनीय शिक्षा और उत्तरदायित्व जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है जिसके अंतर्गत के तहत केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से शिक्षा क्षेत्र पर देश की जीडीपी के 6% हिस्से के बराबर निवेश का लक्ष्य रखा गया है।इस शिक्षा नीति में छात्रों में रचनात्मक सोच, तार्किक निर्णय और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने पर बल दिया गया है। 21वीं सदी के भारत से पूरी दुनिया को बहुत अपेक्षाएं हैं।भारत का सामर्थ्य है कि कि वो टैलेंट और टेक्नॉलॉजी का समाधान पूरी दुनिया को दे सकता है हमारी नई शिक्षा नीति में इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है