ऊना / 09 नवंबर / चब्बा
ग्रामीण विकास, पंचायती राज, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री ने धर्मशाला में आयोजित हुई ग्लोबल इनवेस्टर मीटर को हिमाचल प्रदेश के विकास में नया अध्याय बताया है। आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कंवर ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार इतने बड़े स्तर पर निवेशकों ने भागीदारी की और उन्हें हिमाचल प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के विशेष प्रयासों से इनवेस्टर मीट अपने निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने में पूर्ण रूप से सफल हुई है। देश और विदेश की विभिन्न कंपनियों के साथ 600 से अधिक समझौते हुए, जिनसे लगभग 93 हजार करोड़ रुपए का निवेश आएगा। इससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और लगभग दो लाख युवाओं को नौकरियां मिलेगी। इससे प्रदेश की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश को आकर्षित करने के लिए नीतियों में बदलाव भी किए हैं। पांच सेक्टर विशिष्ठ नीतियों की शुरुआत की गई है। औद्योगिक निवेश नीति 2019, हिमाचल प्रदेश पर्यटन नीति, फिल्म नीति 2019, आयुष नीति, आईटी व आईटीईएस और ईएसडीएम नीति, जो इस क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रोत्साहन प्रदान करती है। नई औद्योगिक नीति के अनुसार, एमएसएमई के लिए स्व-प्रमाणन शुरू किया गया है और अब लैंड टाइटल प्राप्त करने के बाद उद्यम किसी भी एनओसी की प्रतीक्षा किए बिना दो साल तक स्व-प्रमाणन के माध्यम से परियोजना की शुरूआत कर सकते हैं।