अम्बाला / 10 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत
अम्बाला छावरी के राजकीय पी जी कालेज में एकेडमिक डिवैल्पमैंट व रिसर्च सैल द्वारा हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी पंचकूला के सहयोग से भक्ति आंदोलन व पंजाबी साहित्य तथा गुरू तेग बहादुर जी दर्शन व विचारधारा विषय पर राष्ट्रीय गोष्ठी आयोजित की गई।
गोष्ठी में अकादमी के डिप्टी चेयरमैन गुरविन्द्र सिंह धमिजा मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता डा0 मनमोहन सिंह, आईपीएस रहे। डा0 मनजीत सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय ने उदघाटन सत्र की अध्यक्षता की तथा पंजाबी के प्रसिद्ध विद्ववान डा0 रतन सिंह ढिल्लो विशेष अतिथि रहे। गोष्ठी में तीन सत्र हुए तथा उनमें पजाब विश्वविद्यालय के डा0 प्रवीन कुमार, गुरचरण देव परासर के डा0 मजिन्द्र सिंह, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के डा0 कुलदीप सिंह तथा पंजाबी साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष सी.आर. मौदगिल ने विचार रखे।
दिल्ली विश्वविद्यालय से डा0 मनजीत कुमार व डा0 मनोज कुमार भी शामिल रहे। गोष्ठी के संयोजक राजकीय कालेज के डा0 अतुल यादव रहे।
मुख्य वक्ता मनमोहन सिंह ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि पंजाब में साम्प्रदायिक सौहार्द गुरूओं की विचारधारा व गुरूबाणी के कारण है। उनकी शिक्षा आज भी प्रासांगिक है तथा हमेशा रहेगी। श्री गुरू ग्रन्थ साहिब में भक्तिों की जो बाणी शामिल है उनके शब्दों को भी गुरू का दर्जा दे दिया गया है।
डा0 तिलक राज जीएन खालसा कालेज यमुनानगर, डा0 जगमोहन सिंह राजकीय कालेज भेरियां पेहवा, डा0 देवेन्द्र कुमार बीबीपुरिया राजकीय कालेज पलवल कुरूक्षेत्रा, डा0 अरूण जोशी प्रिंसीपल राजकीय कालेज अम्बाला कैंट शामिल रहे।