November 23, 2024

नए कृषि विधेयकों को राष्ट्रपति महामहीम रामनाथ कोविंद द्वारा स्वीकृति प्रदान करने के बाद अब यह बन गये हैं कानून :केन्द्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया।

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किसानों को उनकी उपज की एमएसपी मिलती थी, मिलती है और मिलती रहेगी, अब किसानों के पास एमएसपी के अतिरिक्त भी अपनी उपज बेचने के कई विकल्प होगें-केन्द्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया।

नारायणगढ़, 28 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ ।  

  केन्द्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने कहा कि संसद द्वारा बनाये गये नए कृषि विधेयकों को राष्ट्रपति महामहीम रामनाथ कोविंद द्वारा स्वीकृति प्रदान करने के बाद अब यह कानून बन गये है। जिसके लिए राष्ट्रपति का आभार व्यक्त करते हुए श्री कटारिया ने कहा कि इन तीन नये कानूनों से भारत के किसान आत्मनिर्भर बनेगें, किसानों की आमदनी दुगनी होगी और किसानों के पास विकल्प होगा कि वे चाहे अपनी फसल मण्डी में बेचे या मण्डी से बाहर । राज्य मंत्री श्री कटारिया विश्राम गृह नारायणगढ़ में मीडिया से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन नये कृषि कानूनों से कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आएगा, खेती किसानी में निजी निवेश होने से तेज विकास होगा तथा रोजगार के अवसर बढेगे। कृषि क्षेत्र की अर्थ व्यवस्था मजबूत होने से देश की आर्थिक स्थिति और सुदृढ होगी। किसानों का एक देश-एक बाजार का सपना भी पूरा होगा।


                 उन्होने कहा कि एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद जारी रहेगी। किसान को अनुबंध में पूर्ण स्वतंत्रता रहेगी कि वह अपनी इच्छा के अनुरूप दाम तय कर उपज बेच सकेगा। उन्होने कहा कि देश में दस हजार कृषक उत्पादक समूह (एफपीओ) निर्मित किये जा रहे है। कांट्रैक्ट सिर्फ उत्पाद पर लागू होगा, जमीन पर नहीं। किसान की जमीन सुरक्षित रहेगी। कोर्ट-कचहरी जाए बिना स्थानीय स्तर पर ही विवाद के निपटारे के लिए एसडीएम के पास मामला जाएगा जिसमें दो किसानों के प्रतिनिधी तथा दो ही व्यापारियों के प्रतिनिधी लिये जाएगें।


           उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 70 वर्षो के बाद किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाते हुए उन्हें देश भर में कहीं भी अपनी उपज को बेचने की आजादी दी है। विपक्षी भ्रम फैला रहे है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी खत्म करने जा रही है, जबकि ऐसा कोई प्रावधान इन विधेयकों में नहीं है। किसानों को उनकी उपज की एमएसपी मिलती थी, मिलती है और मिलती रहेगी। अब किसानों के पास एमएसपी के अतिरिक्त भी अपनी उपज बेचने के कई विकल्प होगें।
            श्री कटारिया ने कहा कि कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल किसानों को भ्रमित कर अपना राजनैतिक स्वार्थ पूरा कर रहे है। जबकि यह विधेयक कांग्रेस ने ही अपने समय में बनाये थे लेकिन वे संसद में इन्हें पास करवा कर कानूनी रूप देने की हिम्मत नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि विपक्ष कृषि विधेयकों को लेकर झूठ की राजनीति कर रहा है। उन्होने कहा कि ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयकों के कानूनी रूप लेने से देश के किसानों को सही मायनों में बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त मिलेगी।


       केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच भी कृषि क्षेत्र को बढावा देने के लिए मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत कृषि अवसंरचना कोष के लिए 1 लाख करोड़ रूपये का आवंटन किया है। इस पैकेज से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी। इतना ही नहीं मोदी सरकार ने अनेक योजनाओं के माध्यम से किसानों की आय को दोगुनी करने के कदम उठाये है। रेस्ट हाउस में पहुंचने पर राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया को नायब तहसीदार अमित वर्मा ने फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया।


          इससे पूर्व मण्डल महामंत्री स्व. रामकुमार धीमान के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इस मौके पर दो मीनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर डीएसपी अनिल कुमार, भाजपा महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष सुमन सैनी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अश्वनी अग्रवाल, नारायणगढ मण्डल प्रधान रणदीप सिंह बांका सैनी, मारकण्डा मण्डल प्रधान जसवीन्द्र बख्तुआ, शहजादपुर मण्डल प्रधान संजीव गुर्जर, नम्बरदार सुरेश पाल, सांसद कुरूक्षेत्र के नीजि सचिव सोहन सैनी, दी अम्बाला कृषि एवं भूमि विकास बैंक के चेयरमैन धर्मपाल गुर्जर, नरेन्द्र राणा कुराली, विवेक गुप्ता, दलबीर राणा बधौली, मंगूराम कंजाला, सैनी सभा के प्रधान मा. केहर सिंह सैनी, मा. रामनिरंजन, जिला परिषद सदस्य जिया लाल सैनी, संजय रजौली, राजू मक्कड, मनीष मितल, संजीव कौशिक, राजकुमार तसडौली, कर्म सिंह भूखड़ी, हैप्पी बनौदी, सोमदत शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

फोटो : केन्द्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया नारायणगढ में मीडिया से वार्ता करते हुए ।

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