एसडीएम डा. वैशाली शर्मा के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना (प्रीएम्बल) को पढ़ा गया और प्रस्तावना के आदर्शों को बनाएं रखने के लिए संकल्प लिया गया।
संविधान दिवस के अवसर पर संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडक़र को याद किया गया, विश्व के सबसे बड़े और व्यापक संविधान में सहयोग करने वाली सभी महान विभूतियों को याद किया गया।
नारायणगढ़, 26 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ :
डा. वैशाली शर्मा ने उपमण्ड़लवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा संविधान नैतिक कत्र्तव्यों, मौलिक अधिकारों एवं अभिव्यक्ति की आजादी जैसे मूल अधिकारों को संजोए हुए है। सरकार के निर्देशानुसार संविधान दिवस के अवसर पर आज एसडीएम कार्यालय परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में एसडीएम डा. वैशाली शर्मा के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना (प्रीएम्बल) को पढ़ा गया और प्रस्तावना के आदर्शों को बनाएं रखने के लिए संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडक़र को याद किया गया और विश्व के सबसे बड़े और व्यापक संविधान में सहयोग करने वाली सभी महान विभूतियों को याद किया गया। गौरतलब है कि संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने दूरदर्शन के माध्यम से सीधे जुडक़र ठीक 11 बजे संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा। एलईडी के माध्यम से लघु सचिवालय के अधिकारियों, कर्मचारियों ने भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के साथ भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।
इस अवसर पर एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि भारतीय संविधान देश को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की गरिमा, राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए संविधान सभा में 26 नवम्बर, 1949 में संविधान को अंगीकृत व अधिनियमित किया गया। इस दिन को पूरे देश में संविधान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।