*घर से बाहर जाते समय कपड़े से बने थ्री लेयर मास्क को प्रयोग में लाये- एसडीएम डा. वैशाली शर्मा
नारायणगढ़ / 29 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव जो मरीज ठीक हो गये है वे अपना प्लाजमा दो सप्ताह बाद डोनेट करें जिससे कि गम्भीर रूप से कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीजों की जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा कि प्लाजमा डोनेट करने वाले लोगों को प्रशासन द्वारा प्रशंसा पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती है तब तक मास्क ही कोरोना के संक्रमण से बचाता है। इसलिए जब भी लोग घर से बाहर निकले वे फेस मास्क अवश्य लगाये। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मास्क लगा रखा होता है और वे फिर भी किसी कारणवश कोविड-19 से ग्रस्ति हो जाते है तो उनकी रिकवरी अन्य लोगों की तुलना में तेजी के साथ होती है। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं एवं पुरूष फेस मास्क की बजाय दुपटा या गमच्छा/परने आदि कपड़े का प्रयोग करते है वह इतना असरकारक नहीं है, क्योंकि देखने में आया है वह न तो सही प्रकार से लगाया होता है और न ही उसका थोड़े समय के बाद साफ किया जाता है। जबकि कपड़े से बना थ्री लेयर मास्क अत्यधिक लाभकारी है। मास्क अगर गीला हो जाए तो उसे तुरंत बदल लें। मास्क को छूने के बाद साबुन से हाथ धोएं। बात करते समय मास्क को बिल्कुल भी न हटाएं। उन्होंने कहा कि जो लोग बिना मास्क के नजर आएगें उनके चालान भी किये जाएगें। मास्क लगाने के प्रति लोग लापरवाही न बरते और स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गई सावधानियों का पालन कर स्वस्थ रहे। पार्टी के आयोजनों से बचे।
एसडीएम ने कहा कि जब बहुत जरूरी हो तभी घर से निकले, भीड़ भाड वाले स्थानों पर न जाए। उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव है और वे होम आईसोलेशन में है अगर उन्हें दवाई आदि किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो वे एसडीएम कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम में टेलिफोन नम्बर 01734-284008 पर सम्पर्क कर अपनी समस्या बता सकते है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचने के लिए फेस मास्क लगाये, नियमित रूप से साबुन एवं पानी से 20 सैकण्ड तक हाथ धोने या सेनिटाइजर का प्रयोग करें तथा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि उपमण्डल नारायणगढ के डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने व कोविड-19 सम्बंधी टैस्टिंग एवं ट्रेसिंग करने में सराहनीय कार्य कर रहे है।
एसडीएम ने कहा कि आर्युवैद चिकित्सकों के अनुसार घर पर ही शुण्ठी (सौंठ), इलायची, लौंग व तुलसी आदि का काढा (ग्रीन टी) पीने का परामर्श दिया जा रहा है। ताकि हल्की खांसी, जुखाम या हल्के बुखार में फायदा हो सके। लोगों को सुपाच्य एवं शुद्ध भोजन करने की हिदायत दी जा रही है। आयुर्वेद की जड़ी बूटियों से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की भी सलाह दी जा रही है। लोगों से अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें गर्म पानी, काढ़ा का निरंतर सेवन करें। कोविड-19 के इलाज की अब तक कोई दवा नहीं बनी है। ऐसे में इम्युनिटी को मजबूत करने वाले कदम उठाने चाहिए। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए सुझाए गए उपाय- आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देश में हमेशा गर्म पानी पीने और योगासन, प्राणायाम और ध्यान लगाने जैसे कदम शामिल हैं। हर सुबह च्यवनप्राश खाने और हल्दी मिला दूध पीने की सलाह भी दी गई है। डायबिटीज के मरीजों को शुगर फ्री च्यवनप्राश लेने को कहा गया है। ग्रीन टी को भी फायदेमंद बताया गया है। नाक में तिल या नारियल तेल या घी की कुछ बूंदे डालने को भी कहा गया है। सूखी खांसी या गले में खराश होने पर दिन में एक बार पुदीना की पत्तियों या आजवाइन की भाप लेना फायदेमंद है। शक्कर या शहद में लौंग पाउडर मिलाकर दिन में दो से तीन बार लेना भी खांसी या गले की खराश से निजात दिला सकता है। इनसे सूखी खांसी और गले की खराश में ही राहत मिलती है। किसी भी तरह से लक्षण बढऩे पर डॉक्टर की सलाह लें।
काढ़ा भी फायदेमंद-आयुष मंत्रालय ने अपने सुझावों में काढ़ा पीने का सुझाव भी दिया है। दिन में एक या दो बार तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और मुनक्का का काढ़ा पीना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। स्वाद के लिए इसमें गुड़ या नींबू भी मिला सकते हैं। भारतीय परिवारों में खांसी, जुकाम और सेहत से जुड़ी कई छोटी-मोटी परेशानियों के लिए लोग काढ़ा पीते हैं। आमतौर पर काढ़ा बनाते समय उपरोक्त चीजों को पानी में उबालते हुए मात्रा को करीब आधा कर दिया जाता है। सुझाव- नियमित तौर पर गुनगुना पीना पिएं, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के आप पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं। शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए आपको नियमित तौर पर उचित मात्रा में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए आप नियमित तौर पर तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं। गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।