*मातृ भूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों की कुर्बानियां युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत: एसडीएम डॉ वैशाली शर्मा
नारायणगढ़ / 23 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा ने हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस के अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को नमन किया। एसडीएम कार्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को याद किया और श्रद्धाजंलि दी। एसडीएम ने कहा कि शहीदों की गौरव गाथाएं सदैव अपनी समृद्ध विरासत की याद दिलाएंगी। उन्होंने मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को याद करते हुए उनकी कुर्बानियों को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया।
उन्होंने कहा कि 23 सितंबर का दिन 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक अमर शहीद राव तुलाराम की पुण्यतिथि पर हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। राव तुलाराम का जन्म 9 दिसंबर 1825 को रामपुरा जिला रेवाड़ी मेंं राव पूर्ण सिंह के घर हुआ था। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राव तुलाराम ने अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध मोर्चा संभालते हुए संघर्ष किया और आजादी की आवाज को बुलंद करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में राव तुलाराम के संघर्ष को कभी नहीं भुलाया जा सकता। देश के उन शूरवीरों को कभी नहीं भुलाया जा सकता, जिन्होंने अपनी शहादत देकर देश की माटी का कर्ज अदा किया। ऐसे वीरों को सम्मान देते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलकर देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने का संकल्प हम सभी को लेना चाहिए।
एसडीएम ने कार्यक्रम मे मौजूद सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सदैव इस बात का ध्यान रखे की शहीदों की बदौलत ही आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इसलिए यह हमारा दायित्व है कि हम शहीदों के परिजनों के कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर करें। उन्होनें सभी कर्मचारियों को निर्देश भी दिए कि उनके पास किसी कार्य से शहीदों के परिजन आते है तो उनका कार्य वे प्राथमिकता आधार पर करें। हरियाणा सरकार ने शहीदों के योगदान को देखते हुए उनके आश्रितों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई है। इस अवसर पर बीडीपीओ संजय टांक ने भी शहीदों को नमन करते हुए अपने विचार रखें। कार्यक्रम में आशादीप समाज सेवी संस्था के संस्थापक अध्यक्ष शशि भूषण शर्मा, डीएवी स्कूल से अध्यापिका मंजीत कौर तथा राजकीय कन्या सीनियर सकैण्डरी स्कूल के स्टॉफ सदस्य भी मौजूद रहें।