गांवों के विकास में मिल का पत्थर साबित होगी मल्टीपर्पज सामुदायिक भवन योजना : देवेंद्र सिंह बबली
टोहाना / 30 जून / न्यू सुपर भारत
हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि हरियाणा के प्रत्येक गांवों को शहरों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। हरियाणा के गांवों में मूलभूत सुविधाएं मिले इसके लिए मल्टीपर्पज सामुदायिक भवन बनाए जा रहे ताकि लोगों को एक ही परिसर में तमाम सुविधाएं उपलब्ध हो। कैबिनेट मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान टोहाना विधानसभा क्षेत्र के सात गांवों में कुल 25 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया।
कैबिनेट मंत्री ने वीरवार को गांव भोडी, ढाणी व सांचला में दस करोड़ रुपये तथा बुधवार को गांव पारता, जमालपुर, धारसूल व रत्ताथेह में 15 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया।
कैबिनेट मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली ने ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि निस्वार्थ भाव से क्षेत्र के विकास कार्य व जनसेवा करने के लिए राजनीति में आया हूं। सरकार ने गांवों में बहुद्देश्यीय सामुदायिक भवन बनाने की बेहतरीन योजना बनाई है। यह योजना गांव के विकास में मिल का पत्थर साबित होगी।
बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन में युवाओं, बुजुर्गों, माताओं, बहनों व समाज के सभी वर्गों के लिए अच्छी सुविधाएं होगी, इसके लिए उनको शहर की तरफ ना जाना पड़े जैसे लाइब्रेरी, व्यायामशाला, महिला सांस्कृतिक केंद्र, किचन, पार्किंग आदि। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में शहरों की तर्ज पर गांव का भी नवीनीकरण करवाया जाएगा व विकास कार्यों को पारदर्शिता सहित गुणवत्तापूर्ण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों की गुणवत्ता पूर्वक करवाने के लिए गांव के लोगों का सहयोग भी जरूरी है।
कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि प्रदेश सरकार निरंतर जनहित में अनेक महत्वपूर्ण फैसले ले रही है और वे यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक व्यक्ति को इनका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि जितने भी विकास कार्य हो रहे हैं उनकी निगरानी के लिए ग्रामीण एक कमेटी बनाएं और विकास कार्य की गुणवत्ता की निगरानी करें। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मंजूर हुए विकास कार्यों पर एक चिन्हित बोर्ड लगवाया जाएगा, जिस पर विभाग संबंधित विकास कार्य का पूरा विवरण अंकित करेगा ताकि लोगों को उसकी जानकारी हो सके।
इस बोर्ड पर विकास कार्य के लिए कितना पैसा मंजूर हुआ था और खर्च कितना हुआ है, की जानकारी अंकित होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा होने से सभी विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए आया हुआ पैसा पूरी ईमानदारी के साथ पानी की निकासी, गालियों, सडक़ों, शिक्षा, बिजली, साफ पीने का पानी आदि विकास कार्यों पर लगाया जाएगा। गांवों के जोहड़ों के कार्याकल्प की योजना बनाते हुए ग्रे वाटर मैनेजमेंट के तहत इन जोहड़ों का पानी खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग करने की दिशा में काम किया जा रहा है।