मुख्यमंत्री ने आनी विधानसभा क्षेत्र में 234 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए
शिमला / 20 जुलाई / न्यू सुपर भारत
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कुल्लू जिला के निरमंड में लोगों की सुविधा के लिए उप-मंडलाधिकारी (नागरिक) कार्यालय खोलने की घोषणा की। वह आज कुल्लू जिला के निरमंड में 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने रूद्राक्ष का पौधा रोपित किया।
मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निथर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने, राजकीय उच्च विद्यालय दुराह और कुशवा को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्तरोन्नत करने, प्राथमिक विद्यालय देवारी को राजकीय माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत करने, शावर में जल शक्ति विभाग का उप मंडल खोलने, ब्रौ से हनुमान घाट, रामपुर बाजार तक फुट ब्रिज का निर्माण करने और पंजेरा पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।
जय राम ठाकुर ने कहा कि लुहरी से नोर सड़क को मुख्य जिला सड़क के रूप में स्तरोन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए आनी और निरमंड क्षेत्रों में अतिरिक्त बसों का परिचालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालय निरमंड के भवन के लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुफराधार में हेलीपेड का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने आनी में प्रेस क्लब भवन निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कुल्लू जिला के आनी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 234 करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने 44.60 करोड़ रुपये लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित कीं, जिसमें 3.35 करोड़ रुपये की लागत से निरमंड में निर्मित बस अड्डा, 5.77 करोड़ रुपये की लागत से अरसू-कुंडाकोड सड़क, 7.26 करोड़ रुपये की लागत से विकास खण्ड निरमंड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बाड़ी, तुनान, पोशना, बाहवा, खरगा और कुशवा गांवों के लिए जलापूर्ति योजना, विकास खण्ड आनी के तहत 4.71 करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत शिल्ली, गमोघ, लोट,
दुराह की शेष बस्तियों के लिए (एनसी,पीसी) उठाऊ पेयजल योजना, 3.55 करोड़ रुपये की लागत से विकास खण्ड आनी के अन्तर्गत सीवी फ्रानाली, डिंगीधार और बियुंगल की शेष बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल योजना, 1.87 करोड़ रुपये की लागत से देवथन, थारवी सड़क, 5.60 करोड़ रुपये की लागत से शारू कपटी सड़क, 9.15 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भवन निरमंड, 51 लाखरुपये की लागत से कल्याण भवन आनी, 60 लाख रुपये की लागत से वन विश्राम गृह पनेऊ, 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित निरीक्षण कुटीर चुनागई और 1.98 करोड़ रुपये की लागत से धनुधार में 22 केवी कंट्रोल प्वाइंट के उद्घाटन शामिल हैं।
जय राम ठाकुर ने 189.20 करोड़ रुपये की लागत की 17 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए। इसमें विकास खण्ड निरमंड में 27.58 करोड़ रुपये की लागत से कुर्पण खड्ड के वाम तट पर विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं के संवर्धन का कार्य, 11.60 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई योजना कुर्पण कूहल के कमांद विकास क्षेत्र के निर्माण कार्य, विकास खण्ड निरमंड में 2.37 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई योजना नोर लांज के कमांद विकास क्षेत्र के निर्माण कार्य, विकास खण्ड निरमंड में 20.77 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना शानू, जटेहड़ का संवर्धन व पुनर्निर्माण, जलापूर्ति योजना निरमंड और जलापूर्ति योजना रैमू केदस,
जलापूर्ति योजना चाटी, जलापूर्ति योजना बायल धरोपा और जलापूर्ति योजना कोयल का संवर्धन व पुनर्निर्माण, विकास खण्ड आनी में सीवी कशाईगाड और बिशलाधार के अंतर्गत 2.28 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ पेयजल योजना कशाईगाड, डगेड़ के संवर्धन कार्य का शिलान्यास, विकास खण्ड आनी की ग्राम पंचायत डिंगीधार में 3.20 करोड़ रुपये की लागत से बेहना खड्ड से शेगुबाग उठाऊ जलापूर्ति योजना, 1.78 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना खुन्न बांदल कोहिला कमांद के संवर्धन कार्य का शिलान्यास, विकास खण्ड निरमंड में 2.63 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई योजना कोयल के कमांद विकास क्षेत्र के निर्माण कार्य का शिलान्यास, विकास खण्ड आनी में 21.35 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना खनाग, जलापूर्ति योजना नगोट, पाली परकौट और जलापूर्ति योजना खादवी काफटी के संवर्धन एवं पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने विकास खण्ड निरमंड में 17.69 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना राठीनाला, जलापूर्ति आपूर्ति योजना नागछो और जलापूर्ति आपूर्ति योजना निथर, देहरा तथा कठार का शिलान्यास किया। उन्होंने 6.85 करोड़ रुपये की लागत से दुराह से दवारच सड़क के स्तरोन्नयन, 1.12 करोड़ रुपये की लागत से विश्राम गृह आनी में छः अतिरिक्त कमरों, 55 लाख रुपये की लागत से कल्याण भवन निरमंड, 94 लाख रुपये की लागत से उप-कोषागार कार्यालय आनी के भवन, 1.55 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खनाग, 66.62 करोड़ रुपये की लागत से 100 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल आनी और 30 लाख रुपये की लागत से निरीक्षण कुटीर सराहर के शिलान्यास किए।
निरमंड में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय राज्य होने के कारण हिमाचल में वनों का विशेष महत्व है। वह न केवल हिमालय क्षेत्र के पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं बल्कि राज्य की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य के विभिन्न भागों में 14 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 1.40 करोड़ पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं के सशक्तिकरण और हरित आवरण को बढ़ाने के लिए एक बूटा बेटी के नाम कार्यक्रम शुरू किया गया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमालय राष्ट्र को शुद्ध वायु प्रदान करता है और यह सभी का दायित्व है कि हम वनों का संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि वनों के संरक्षण में स्वयं सहायता समूह, महिला मण्डल और गैर सरकारी संस्थाएं सराहनीय कार्य कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि 20 और 21 जुलाई को आयोजित किए जाने वाले अभियान के दौरान प्रदेश के विभिन्न वन मण्डलों में 246 स्थानों पर लगभग 11 लाख पौधे रोपित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष वन विभाग नगर परिषदों और पंचायतों के वार्ड सदस्यों को अपने संबंधित क्षेत्रों में स्थानीय समुदायों की सहायता से पौध रोपण के लिए 51-51 पौधे प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष रेडक्राॅस द्वारा एक लाख अतिरिक्त पौधे भी रोपित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान क्षेत्र में 3500 हेक्टेयर भूमि को लेंटाना मुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पिछले लोकसभा निर्वाचन के दौरान भाजपा उम्मीदवार को 27 हजार मतों से बढ़त प्रदान करने के लिए आनी क्षेत्र के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के प्रबन्धन में असाधारण रुप से सराहनीय कार्य किया है और इस दिशा में उठाए गए कदमों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सराहना की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने टीकाकरण अभियान के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए भी प्रदेश सरकार की सराहना की है। उन्होंने कहा कि राज्य ने वैक्सीन का शून्य क्षय (वेस्टेज) सुनिश्चित किया है और राज्य के जनजातीय जिलों में शत प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली खुराक प्रदान की जा चुकी है।
जय राम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों के कल्याण और राज्य के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा आरम्भ की गई विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिमकेयर, सहारा योजना, हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना आदि याजनाएं प्रदेश के जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने राज्य के छः बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह को हाल ही खोया है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग राजनीतिक दलों से सम्बन्ध होने के बावजूद हम दोनों में एक-दूसरे के प्रति परस्पर आदर था। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह की मृत्यु किसी एक राजनीतिक दल के लिए नहीं बल्कि सम्पूर्ण प्रदेश के लिए क्षति है।
मुख्यमंत्री ने वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान आनी विधानसभा क्षेत्र द्वारा हासिल की गई विकासात्मक उपलब्धियों पर आधारित एक पुस्तिका भी जारी की।
विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और गैर सरकारी संगठनों ने मुख्यमंत्री को इस अवसर पर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने पौध रोपण और वनों व वन्य जीवों के संरक्षण में अमूल्य योगदान के लिए वन अधिकारियों, कर्मचारियों, ग्राम वन समितियों इत्यादि को सम्मानित भी किया। उन्होंने नगर पालिकाओं और पंचायतों के वार्ड सदस्यों को स्थानीय समुदाय की सहायता से अपने-अपने क्षेत्रों में पौधरोपण के लिए पौधे प्रदान किए।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन भगवान परशुराम की भूमि में करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया का धन्यवाद किया। उन्होंने प्रदेश में आॅक्सीजन, दवाइयां, मास्क और वैक्सीन की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करके कोरोना महामारी की परीक्षा की घड़ी में प्रदेश का सफल नेतृत्व करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान हर घर पाठशाला आरम्भ करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया ताकि इस दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो।
वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि राज्य सरकार वन संरक्षण को प्राथमिकता दे रही है और भू-जल स्तर बढ़ाने को महत्व दे रही है ताकि स्थानीय लोगों की पेयजल और सिंचाई संबंधी आवश्यकता को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वन विभाग ने 14000 हेक्टेयर वन क्षेत्र में लगभग 1.40 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि 20 और 21 जुलाई, 2021 को दो दिवसीय विशेष पौधरोपण अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत समाज के विभिन्न वर्गों, स्थानीय लोगों और संस्थाओं द्वारा 11 लाख पौधे लगाए जाएंगे।
विधायक आनी किशोरी लाल ने मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगें प्रस्तुत की। उन्होंने आनी विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकासात्मक कार्यों के लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से आनी क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में 11 नई पंचायतें बनाने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया, जिससे जमीनी स्तर पर विकास को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन डाॅ. सविता ने कहा कि विभाग का लक्ष्य इन पौधरोपण कार्यक्रमों के माध्यम से 2030 तक राज्य के हरित आवरण को 30 प्रतिशत तक बढ़ाना है जो वर्तमान में 27.72 प्रतिशत है।
इस अवसर पर देहरा के विधायक होशियार सिंह, एपीएमसी कुल्लू एवं लाहौल-स्पीति के अध्यक्ष अमर सिंह ठाकुर, भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहिंदर ठाकुर, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरुदेव शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।