शिमला / 19 जुलाई / न्यू सुपर भारत
प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षित लोगों को अपने कार्य करने के लिए प्रेरित करें संबंधित विभाग। यह बात आज उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
उन्हांेने कहा कि जिला के सभी विकास खण्डों द्वारा अपने-अपने विकास खण्डों में इस योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का महत्व तभी पूर्ण होगा जब प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षित लोग अपने-अपने क्षेत्रों में स्वरोजगार अपनाएं और आत्मनिर्भरता की राह पर चलें ताकि इस योजना का लक्ष्य पूर्ण हो सके।
उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को पारम्परिक कला और ग्राम हस्तशिल्प को विकसित एवं बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि जिला के समस्त खण्डों में प्रशिक्षण के दौरान संबंधित विभाग औचक निरीक्षण करें ताकि इस योजना का सफल क्रियान्वयन संभव हो सके।
उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों से पिछले बजट सत्र में प्रशिक्षित लोगों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन करने के संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से सभी विभाग अपने-अपने विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी प्रशिक्षित लोगों को दे सके।
उन्हांेने उद्योग विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि इन प्रशिक्षण प्राप्त लोगों को कार्यशाला के दौरान अपने उद्यम लगाने पर तथा बैंकों द्वारा इनको ऋण उपलब्ध करवाने की विस्तृत जानकारी प्रदान करें ताकि सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ प्रशिक्षित लाभार्थी प्राप्त कर सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत अधिकारी विजय बरागटा, सहायक पंजीयक कोऑपरेटिव सोसायटी नीलम कश्यप, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा, जिला प्रबंधक उद्योग योगेश गुप्ता, उप-प्रधानाचार्य राजेन्द्र मेहता एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।