मां की आंखें आंसुओं से भरी,पत्नी निशब्द, कुलभूषण मांटा ‘शौर्य चक्र’ से सम्मानित
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शिमला / 06 जुलाई / न्यू सुपर भारत ///
शहीद राइफलमैन कुलभूषण मांटा, जो हिमाचल प्रदेश में शिमला जिले के कुपवी डिवीजन के तहत गौठ गांव के थे, को मरणोपरांत ‘शौर्य चक्र’ से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कल रात दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में शहीद की धर्मपत्नी और माता को यह सम्मान प्रदान किया।
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दरअसल, शिमला के चौपाल के कुलभूषण मांटा अदम्य साहस का परिचय देते हुए अक्टूबर 2022 में उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में “रक्षक” नामक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए थे. कुलभूषण के नेतृत्व में खोजी दल आतंकवादियों के पास पहुंचा। इस दौरान कुलभूषण ने एक आतंकवादी को जिंदा पकड़वाया, तो वही दूसरे आतंकवादी ने उन्हें गोली मार दी. इसके बाद कुलभूषण को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके अदम्य साहस और वीरता को देखते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें मरणोपरांत पुरस्कार से सम्मानित किया। वीरता का यह प्रतीक शहीद की पत्नी नीतू कुमारी और उनकी मां दूरमा देवी को सौंपा गया.
अवार्ड के लिए जैसे ही शहीद का नाम लिया गया, शहीद राइफलमैन कुलभूषण मांटा की मां की आंखे आंसुओ से भर गई। तब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शहीद की मां को ढांढस बंधाया। वहीं शहीद की पत्नी नाम आँखों के साथ निशब्द खड़ी रही। शहीद राइफलमैन कुलभूषण मांटा की शहादत के वक्त उनका बेटा मात्र ढाई माह का था।