बिलासपुर / 1 मार्च / न्यू सुपर भारत
राज्य स्तरीय नलवाडी मेले के लिए प्रकाशित की जाने वाली स्मारिका को ऐतिहासिक बनाने के प्रयास किए जाएगें ताकि भावी पीढ़ी अपनी प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हो सके। सहायक आयुक्त एंव संयोजक स्मारिका उप समिति सिद्धार्थ आचार्य ने 17 मार्च से 23 मार्च तक आयोजित किए जाने वाले राज्य स्तरीय नलवाडी मेला-2021 की स्मारिका के प्रकाशन के सन्दर्भ में उपसमिति के सदस्यों के साथ आयोजित बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष प्रयास किया जाएगा कि नलवाडी मेला स्मारिका को नया स्वरूप प्रदान किया जाए। उन्होनें कहा कि इस सन्दर्भ में जिला के लेखकों कलाकारों व प्रबुद्ध नागरिकों से स्मारिका हेतु लेखों, कविताओं इत्यादि को आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने बताया कि स्मारिक में बच्चों की रचनाएं, पेटिंग को भी महत्व दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्मारिका की रचनाएं हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत व पहाड़ी भाषा में आमंत्रित है। नलवाड़ी की स्मारिका में सांस्कृतिक और विकासात्मक यात्रा से सम्बन्धित लेखों पर अधिक जोर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समिति का भरसक प्रयास रहेगा कि स्मारिका में बिलासपुर जिला की प्राचीन लोक सस्ंकृति व परम्पराओं तथा प्राचीन इतिहास से सम्बन्धित सामग्री के साथ-साथ विज्ञान, साहित्य को संकलित किया जाएगा।
उन्होंने जिला के सभी लेखकों, कलाकारांे व प्रबुद्ध लोगों से आग्रह किया है कि वह 8 मार्च तक अपने लेख इत्यादि की हार्ड और साॅफ्ट काॅपी (कसवण्इसचण्ीच/हउंपसण्बवउ) पूर्ण पते, पास्टपोर्ट साईज फोटो सहित जिला भाषा अधिकारी बिलासपुर के कार्यालय में 8 मार्च तक उपलब्ध करवाना सुनिश्चित बनाएं ताकि निर्धारित समय पर स्मारिका का प्रकाशन सम्भव बनाया जा सके।
इस अवसर पर उप निदेशक उच्च शिक्षा राजेन्द्र कुमार, उप निदेशक प्रारम्भिक सुदर्शन, सेवानिवृत्त प्रोफेसर सुंदर लाल, डीएलओ नीलम चंदेल उपस्थित रहे और अपने बहुमूल्य सुझाव भी व्यक्त किए।