मंडी, 25 जनवरी / राजन चब्बा–
हिमाचल प्रदेश की पूर्ण राज्यत्व की स्वर्ण जयंती के पावन अवसर पर उत्साह से भरे मंडी जिलावासियों ने पूरे उल्लास के साथ जश्न मनाया। इस उपलक्ष्य पर 25 जनवरी को जिला मुख्यालय मंडी समेत हर उपमंडल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस मौके मंडी के विपाशा सदन में आयोजित जिलास्तरीय कार्यक्रम में प्रतिष्ठित हिमाचल गौरव पुरस्कार से अलंकृत सुविख्यात कला एवं संस्कृति कर्मी बीरबल शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम सुबह 10 से 11 बजे तक आयोजित किया गया। इसके उपरांत 11 बजे से शिमला के रिज मैदान में आयेाजित राज्यस्तरीय स्वर्ण जयंती समारोह का सीधा प्रसारण दिखाया गया।
इतिहास के संरक्षण व दस्तावेजीकरण पर दें ध्यान – बीरबल शर्मा
इस मौके अपने संबोधन में बीरबल शर्मा ने इतिहास, कला एवं संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह हमारा दायित्व है कि हम अपनी समृद्ध परंपराओं, विशिष्ट वेशभूषा-गहने, खानपान, और ऐतिहासिक विरासतों की जानकारियों व इनसे जुड़े अपने अनुभवों का दस्तावेजीकरण करें, ताकि आने वाली पाढि़यां अपने इतिहास को सही अर्थों में जान पाएं।
उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित पंचायती राज संस्थाओं व शहरी निकायों के नवनिर्विाचित जनप्रतिनिधियों से क्षेत्र के विकास के लिए काम करने के साथ साथ गांवों की वशिष्टताओं को सहजने, ऐतिहासिक धरोहर, पुरानी बावडि़यों एवं पर्यावरण के संरक्षण पर ध्यान देने का आह्वान किया।
उन्होंने हिमाचल विशेषकर मंडी जिला की 5 दशक की स्वर्णिम यात्रा को लेकर विविध क्षेत्रों के अपने रोचक यात्रा संस्मरण लोगों से साझा किए।
कार्यक्रम में उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने हिमाचल की 5 दशकों की स्वर्णिम विकास यात्रा पर अपने विचार रखे। उन्हांेने कहा कि हिमाचल ने 25 जनवरी 1971 को पूर्ण राज्य बनने से अब तक के सफर में विकास की अनुकरणीय मिसाल कायम की है। प्रदेश ने विकास के हर क्षेत्र में अतुलनीय काम किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य या हर घर बिजली पहुंचाने की बात हो या दुर्गम क्षेत्रों में सड़क पहुंचाने का काम हो, प्रदेश ने हर काम बखूबी किया है।
उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती पर किए जा रहे आयोजनों का मकसद आम जनता की भागीदारी और जुड़ाव पर बल देना है। खासकर युवाओं को हिमाचल प्रदेश के इतिहास और स्वर्णिम विकास यात्रा से अवगत कराने पर जोर दिया गया है।
जिला मुख्यालय में सेरी मंच और विपाशा सदन समेत सभी उपमंडल मुख्यालयों पर राज्यस्तरीय समारोह का सीधा प्रसारण दिखाने को विशेष व्यवस्था की गई थी। इसके लिए सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई थीं।इन कार्यक्रमों में पंचायती राज व शहरी निकायों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के अलावा समाज के विभिन्न तबकों के व्यक्ति शामिल रहे।
लोगों ने ‘बुकलेट’ में भी दिखाई रूचि
विपाशा सदन में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख रहे लोगों को सरकार के 3 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों व योजनाओं की जानकारी दने के लिए प्रकाशित बुकलेट भी वितरित की गईं। लोगों ने बुकलेट पढ़ने में काफी रूचि ली ओर इसमें दी योजनाओं की जानकारी ली।