मंडी / 6 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मंडी जिला में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पहली पंक्ति में खड़े होकर लड़ने वाले योद्धाओं में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण स्थान है। बात चाहे एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान की हो, फेस मास्क बना कर वितरित करने की या सरकार के ‘निगाह’ कार्यक्रम की, इनके सफल कार्यान्वयन में जिला की सभी 3004 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका सराहनीय रही है।
घरद्वार पहुंचाया पोषाहार, बांटे 1.17 लाख से अधिक फेस मास्क
महिला एवं बाल विकास विभाग मंडी के जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तेगटा का कहना है कि कोरोनाकाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने सरहानीय काम किया है। वे बताते हैं कि इस दौरान जिला में 63 हजार से अधिक लाभार्थी बच्चों और माताओं को पोषाहार दिया गया। जहां लोग आंगनबाड़ी केंद्रों में नहीं आ सके उन्हें घरद्वार पर पोषाहार पहुंचाया गया। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों का सहयोग लेकर 1.17 लाख से अधिक फेस मास्क बनाए गए और उन्हे गांवों में वितरित किया।
निगाह कार्यक्रम को सफल बनाने में बड़ा योगदान
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कोरोना को लेकर एक्टिव केस फाइंडिग अभियान में भी अग्रणी भूमिका निभाई। प्रदेश सरकार के ‘निगाह’ कार्यक्रम को सफल बनाने में बड़ा योगदान दिया। बाहरी राज्यों से मंडी जिला लौटे करीब साढ़े 11 हजार व्यक्तियों से संपर्क कर उन्हें क्वारंटाइन नियमों से अवगत करवाया। ऐसे लोगों के घर पहुंचने से पहले उनके परिवारों को होम क्वारंटाइन को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों बारे शिक्षित किया।
मुख्यमंत्री से मिली शाबाशी
वे बताते हैं कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के काम की सराहना करते हुए पिछले दिनों वीडियो कॉंफ्रेंस के जरिए विशेष तौर पर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया, उन्हें अच्छे काम के लिए शाबाशी दी। मुख्यमंत्री जी से मिली सराहना और प्रोत्साहन से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन हुआ है और उन्हें और बेहतर करने की प्रेरणा मिली ।
‘प्रदेश सरकार ने जो विश्वास जताया…उससे बड़ा हौंसला मिला’
अप्पर सुहडा-।। पैलेस कॉलोनी मंडी की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता निशा शर्मा प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर दर्शाए भरोसे से गदगद हैंकृ । वे कहती हैं कि हमें बेहद खुशी है कि सरकार ने हमें विश्वास के साथ इस कार्य को करने का अवसर दिया। इससे हमें बड़ा हौंसला मिला। कोविड-19 के सर्वे में सेवाएं देने का मौका मिला। इस दौरान हमने हर घर जाकर परिवार के सभी सदस्यों के बारे में पूरी जानकारी ली और उसको आनलाइन किया। इस दौरान लोगों ने हमारा पूरा सहयोग किया तथा हमारी सराहना भी की।
घर-घर जाकर जुटाया जरूरतमंदों का डाटा
आंगबाड़ी कार्यकर्ता हंसा बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान मंडी जिला प्रशासन ने जरूरतमंद परिवारों की माली हालत और उनके काम धंधे की स्थिति का पता लगाने के लिए वृहद मुहिम छेड़ी थी। सभी शहरी क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर इस सर्वे को अंजाम दिया, जिससे प्राप्त डाटा के आधार पर जरूरतमंदों की मदद की जा सकी। घरेलू हिंसा के मामलों में भी पर्यवेक्षकों ने संबंधित पक्षों की जरूरी काउंसलिंग की और मामलों का समाधान किया ।
‘कर्तव्य के आगे हर जोखिम बौना है’
आंगनवाडी केंन्द्र मंगवाईं-1 की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सोनू कहती हैं कि कोरोना डियूटी में लोगों के घर जाते हुए शुरू शुरू में डर जरूर लगा पर हमने सभी जरूरी सावधानियों बरतीं, जिससे ये डर जाता रहा। सरकार ने हमें महत्वपूर्ण जिम्मा सौंपा था….सो फिर कर्तव्य के आगे हर जोखिम बौना हो गया।
उन्होंने बताया कि मार्च में लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद से ही सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने वार्ड के सभी लोगों की स्वास्थ्य संबंधीं जानकारी जुटाई, ताकि पता चल सके कि किसी में कोविड-19 के कोई लक्षण तो नहीं हैं तथा इसमें हमने सभी सुरक्षा मानकों को लेकर सावधानियां बरतीं और लोगों को इस संबंध में जागरूक भी किया।
बचाव व सावधानियों को लेकर जागरूक किए लोग
आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक निर्मला बताती हैं कि सभी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं व पर्यवेक्षकों ने लोगों को बार-बार हाथ धोने, मास्क पहनकर ही घर से बाहर जाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को लेकर जागरूक करने के लिए दिन रात काम किया।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में यह भी सुनिश्चित किया कि लोग सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करें ताकि इस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाया जा सके।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ऊषा बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान आंगनबाडी केन्द्र में पंजीकृत सभी लाभार्थियों को टेक होम राशन दिया। जो लोग पोषाहार ले जाने के लिए असर्मथ थे उन्हे घर तक पोषाहार पहंुचाया गया। वहीं कन्टेनमेंट जोन में प्रशासन की टीम के साथ मिलकर जरुरतमंदो को घरद्वार पर जरुरी सामान भी पहुंचाया।
फ्रंट लाईन कोरोना योद्धाओं को प्रशस्ति पत्र
गौरतलब है कि मंडी जिला प्रशासन ने फ्रंट लाईन कोरोना योद्धाआंे को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने की अभिनव पहल की है। इस बार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में सांकेतिक तौर पर विभिन्न विभागों के 40 कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया था ।
जिला प्रशासन हर कोरोना वॉरियर का आभारी
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर का कहना है कि कोरोना के खतरे में जोखिम उठा कर जो लोग दिन रात अपना दायित्व निभा रहे हैं, जिला प्रशासन ऐसे हर कोरोना वॉरियर का आभारी है। इनमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का योगदान सराहनीय रहा है। सभी कोरोना वॉरियर को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर सांकेतिक तौर पर लगभग हर विभाग से एक या दो कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए थे। इस क्रम में जिला भर में कोरोना महामारी की रोकथाम व बचाव में सीधे तौर पर जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों व अन्य कोरोना योद्धाओं को यह प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।