December 25, 2024

‘चिकित्सा सिर्फ पेशा ही नहीं…एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है…कोरोना में यह बात मन में और गहरे पैठ गई’

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मंडी / 26 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़

‘चिकित्सा सिर्फ पेशा ही नहीं…एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है, कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए यह बात और गहराई से मन में पैठ गई है।’ यह कहते हुए समर्पित कोविड केयर केंद्र ढांगसीधार में नोडल ऑफिसर के तौर पर तैनात आयुर्वेद विभाग मंडी के डॉ. सचिन के चेहरे पर तैरते डॉक्टरी पेशे की महानता के भाव देखते ही बन रहे थे। लेकिन यह अकेले उनके भाव नहीं थे, बल्कि इनमें अलग अलग कोविड केयर केंद्रों में काम कर रहे आयुर्वेद विभाग के उनके सभी साथियों की भावनाएं भी समाहित थीं।

बकौल डॉ. सचिन ‘कोरोना के संकटकाल में लोगों की स्वास्थ्य रक्षा का अपना फर्ज सामने रखकर काम करते हुए लगा जीवन को सार्थकता मिली है।’

वे बताते हैं कि तमाम सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद शुरू-शुरू में जब वे कोरोना डियूटी के बाद घर लौटते थे, तो परिवार में एक डर था, लेकिन जब उन्हें सैंटर में डॉक्टरों व सहायक स्टाफ के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों के बारे में बताया तब वे निश्चिंत हो गए।

डॉ. सचिन का कहना है कि कोविड केयर सैंटर में आयुर्वेद विभाग के कर्मी एक पारिवारिक माहौल तैयार कर कोरोना रोगियों का मनोबल बढ़ाने का हर सम्भव प्रयास करते हैं। इसका सुखद परिणाम है कि कोविड केयर सैंटर से अधिकांश रोगी उपचार के उपरान्त ठीक होकर घर जा रहे हैं।

‘सुरक्षा के इंतजाम देखकर डर छूमंतर हो गया’
वहीं कोरोना डियूटी का अपना अनुभव साझा करते हुए आयुर्वेद फार्मासिस्ट अरूण बताते हैं कि जब उनकी डियूटी कोविड केयर सेंटर ढांगसीधार में लगी तो पहले दिन डियूटी देते समय एक डर था, परन्तु वहां पहुंच कर सुरक्षा के सारे इंतजाम देखकर डर छूमंतर हो गया। उनकी डियूटी सेंटर में उपचाराधीन रोगियों को काढ़ा पिलाना व उनके लिए पौष्टिक डाईट उपलब्ध करवाने की थी। इसे वे पूरे दिल से निभा रहे हैं।

डटे हैं आयुर्वेद विभाग के 90 से ज्यादा कोरोना वारियर
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. गोविन्द राम बताते हैं कि विभाग के 90 से ज्यादा कोरोना वारियर पिछले चार महीनों से कोविड-19 ड्यूटी दे रहे हैं। ये सभी समर्पित कोविड केयर केंद्र छिपणू ढांगसीधार, सदयाणा, सुन्दरनगर और जोगिन्द्रनगर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे दिन-रात अपने मरीजों की सेवा में लगे हैं और कोरोना की रोकथाम व बचाव के लिए अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
वे बताते हैं कि विभाग के डॉक्टरों व स्टाफ रोस्टर अनुसार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कर्मचारी सेवा देने के उपरान्त इनके क्वारंटाईन की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाती है और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें कोविड केयर सैंटर की सेवाओं से कार्यभार मुक्त किया जाता हैं।

बड़ा असरकारी है मधुयष्टियादि काढ़ा
डॉ. गोविन्द राम ने बताते हैं कि जिला में कोरोना रोगियों के उपचार में विभाग द्वारा तैयार किया गया काढ़ा भी बड़ा असरकारी साबित हो रहा है। जिला में स्थापित कोविड केयर सैंटरों में रोगियों को मधुयष्टियादि काढ़ा दिया जाता है, फलस्वरूप रिक्वरी रेट 98 प्रतिशत से अधिक है।

फ्रंट लाईन कोरोना योद्धाओं को प्रशस्ति पत्र
गौरतलब है कि मंडी जिला प्रशासन ने फ्रंट लाईन कोरोना योद्धाआंे को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने की अभिनव पहल की है। हाल ही में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में कार्यक्रम में सांकेतिक तौर पर विभिन्न विभागों के 40 कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया था ।

जिला प्रशासन हर कोरोना वॉरियर का आभारी
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर का कहना है कि कोरोना के खतरे में जोखिम उठा कर जो लोग दिन रात अपना दायित्व निभा रहे हैं, जिला प्रशासन ऐसे हर कोरोना वॉरियर का आभारी है। इनमें आयुर्वेद विभाग का योगदान सराहनीय रहा है। सभी कोरोना वॉरियर को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर सांकेतिक तौर पर लगभग हर विभाग से एक या दो कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए थे। इस क्रम में जिला भर में कोरोना महामारी की रोकथाम व बचाव में सीधे तौर पर जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों व अन्य कोरोना योद्धाओं को यह प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।

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