Site icon NewSuperBharat

एच.आर.टी.सी बस का फ्रंट शीशा तोड़ घुसी टिप्पर में लोड़ पानी की पाइपें

एच.आर.टी.सी बस का फ्रंट शीशा तोड़ घुसी टिप्पर में लोड़ पानी की पाइपें

एच.आर.टी.सी बस का फ्रंट शीशा तोड़ घुसी टिप्पर में लोड़ पानी की पाइपें

मंडी, 1 सितम्बर (पुंछी) :

टिप्पर में लोड़ पानी की पाइपें हिमाचल परिवहन निगम की एक बस  का फ्रंट शीशा तोड़ बस के अंदर ड्राइवर की सीट तक जा घुसी। जिस समय यह घटना घटी उस समय  बस में करीबन 37 यात्री सवार थे,लेकिन ड्राईवर सहित बस में सभी यात्री बाल-बाल बच गए। मामला रविवार सुबह 9.30 बजे उस समय घटा जब  कमलाह से मंडी के लिए जाने वाली एचआरटीसी सरकाघाट डिपो की बस सुबह 6 बजे अपने स्थान से चली और करीबन सुबह 9.30 बजे चौकी पहुंची तो सड़क किनारे खड़े टिप्पर में रखी पानी की पाइपें बस का फ्रंट शीशा तोड़कर अंदर घुसक र बस के अंदर ड्राइवर की सीट तक जा घुसी,बस की सीट न.1 पर बैठे एक व्यक्ति ने जैसे-कैसे अपने आपको पीछे करके जंहा अपनी  जान बचाई वही बस चालक की सूझबूझ से न केवल उसकी जान बच सकी, वहीं बस में बैठी अन्य सवारियों की भी जान को बचाया। हालांकि बस और टिप्पर में काफी फासला था, लेकिन पाइप टिप्पर में खुली रखी होने के कारण जैसे ही निगम की बस टिप्पर के पास पहुंची तो अचानक सभी पाइपें बस की तरफ एकाएक अचानक मुड़ गईं, जिससे सभी पाइपें बस के अंदर कंडक्टर सीट से ड्राइवर सीट तक घुस गईं। ड्राइवर टेक चंद ने सूझबूझ दिखाते हुए झुककर अपनी जान बचाई और बस एक दम रोक दिया। पाइप ड्राइवर की की बस उस वक्त बड़े हादसे का शिकार होने से बच गई जब टिप्पर में लोड पानी की पाइपें बस में जा घुसीं। पाइपें बस का फ्रंट शीशा तोड़ अंदर घुस गईं। पर चालक की सूझबूझ से न केवल उसकी जान बच सकी, वहीं बस में बैठी अन्य सवारियों की भी। बता दें कि गर्दन से होती हुई निकली, जिससे ड्राइवर की जान भी जा सकती थी। यदि ड्राइवर पाइपों की चपेट में आ जाता तो बस में सवार 35 यात्रियों भी हादसे का शिकार हो जाते। किसी ने सच ही कहा है कि जाको राखे साईया मार सके ना कोई वाली कहावत आज कमलाह से मंडी के लिए जाने वाली एचआरटीसी सरकाघाट डिपो की बस में बैठी सवारियो पर चरितार्थ हुई।

Exit mobile version