मंडी / 23 जुलाई / न्यू सुपर भारत
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी तथा संगीत सदन मंडी द्वारा आज सरस्वति विद्या मंदिर सीनियर सकैंडरी स्कूल, मंडी में व्यास पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने की ।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ऋृषियों की पुण्य तपोस्थली रही है । भारत की धरती पर अनेेक ऋषियों ने आध्यात्मिकता, नैतिकता, परोपकार, त्याग, तपस्या एवं शुचिता से आम जनता को अमूल्य उपदेश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इन परम्पराओं के पोषण में महर्षि वेद ब्यास का नाम चिर-स्मरणीय रहेगा, जिन्होंने वेद तथा श्रुति परम्परा में 18 पुराणों की रचना करके वेदों के सारभूत तत्व को जन कल्याण के लिए आसान बनाया । उन्होंने कहा कि इसी परम्परा का निर्वाह करते हुए महर्षि व्यास के सम्मान में गुरू पूर्णिमा का दिवस मनाया जाता है ।
उन्होंने कहा कि हिमाचल भाषा अकादमी राज्य की कला, संस्कृति, भाषा-साहित्य के संरक्षण व संवर्धन के लिए निरन्तर कार्य कर रही है ।शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा ललित कला तथा निष्पादन कला के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिए युवा कलाकारों के लिए 50 हजार रूपये के दो युवा कलाकार सम्मान देने का निर्णय लिया है ।
राज्य के लेखकों तथा कलाकारों के प्रोत्साहन एवं सम्मान के लिए साहित्य पुरस्कार, शिखर सम्मान, स्वैच्छिक संस्था सम्मान तथा कला सम्मान जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि हिमाचल अकादमी द्वारा फेस बुक पेज तथा यू टयूब चैनल के माध्यम से एक साल से निरन्तर साहित्य कला संवाद कार्यक्रम का लाईव प्रसारण किया जा रहा है तथा अब तक इसके 500 कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं ।
शिक्षा मंत्री ने संगीत सदन के संचालको को 20 हजार रूपये देने की घोषणा की । उन्होंने इस अवसर पर श्रीमद्वभागवतदशमस्कन्ध पुस्तक का विमोचन भी किया ।
सचिव, हिमाचल अकादमी डॉ. कर्म सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया । आचार्य मनोज सैल ने गुरू पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, नगर निगम मंडी के के उप-महापौर विरेन्द्र भट्ट, जिला भाजपा अध्यक्ष रणवीर ठाकुर, भाजपा मंडलाध्यक्ष मनीष कुमार, उप-निदेशक, सूचना एवं जन सम्पर्क, मंजुला कुमारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे ।