मंडी, 9 नवम्बर पुंछी
बिगड़ी अर्थव्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर शनिवार को मंडी पहुंची हिमाचल कांग्रेस प्रभारी श्रीमति रजनी पाटिल ने भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार पर जमकर गुस्सा उतारा। मंडी व सुंदरनगर में आयोजित कांग्रेस पार्टी के धरना-प्रदर्शन में उन्होंने साफ कहा कि भाजपा की न तो कोई विचारधारा रही है और न ही कोई सिद्धांत है।इनका सत्ता में आने का मकसद यही है कि बदला-बदली से काम कर सकें। उन्होंने कहा कि जिस परिवार का इतिहास की बलिदानों का रहा है और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी के बाद आईटी के युग पुरूष पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी के बलिदान के बाद उनके परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा को हटाना दिखाता है कि मोदी एंड कंपनी गांधी परिवार से कितनी खौफजदा है।उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा के लोग आजादी से पहले भी देश के बारे में नहीं सोचते थे।अब जनता ने इतने वर्षों बाद इन पर भरोसा दिखाया है तो उसे भी तार-तार कर रहे हैं।रजनी पाटिल ने कहा कि हिमाचल में भी इनकी सरकार इन्वेस्टर मीट के बहाने अपना कमीशन देख रही है, जबकि अपनी ब्राडिंग के सिवाये सरकार कोई काम नहीं करेगी।बेहतर होता कि पहले सरकार निवेश की बजाये उद्योगपतियों की समस्याएं व चिंताएं दूर करती।उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश में महंगाई बढ़ती जा रही है और रसोई बजट प्याज ने बिगाड़ दिया है।अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को लेकर जयराम सरकार कोई सार्थक कदम उठाने की बजाये उनका उपहास उड़ा रही है।रजनी पाटिल ने कहा कि किसान विरोधी भाजपा सरकारें नोटबंटी व जीएसटी लागू कर देश के हरेक वर्ग को पहले ही चूना लगा चुकी हैं।उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर किए जा रहे इन धरना-प्रदर्शनों का उद्देश्य ही यही है कि जनता को भाजपा सरकारों की जन विरोधी नीतियों से अवगत करवाया जा सके।इनके झूठ को सामने लाएं, क्योंकि आजादी से पहले देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में ब्रिटिश हुकूमत के पिट्ठू कहलवाने वाले ये लोग राष्ट्रवाद की परिभाषा जनता को सीखा रहे हैं जबकि जनता इनकी हकीकत जान चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान, आपसी भाईचारा बनाए : पाटिल
अयोध्या मामले पर माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कांग्रेस पार्टी की ओर से सम्मान करते हुए कांग्रेस प्रभारी श्रीमति रजनी पाटिल जी ने देश व प्रदेशवासियों से आग्रह किया है कि भाईचारे को कायम रखते हुए आपस में सामंजस्य व सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखें।उन्होंने कहा कि हमारे देश ने हमेशा ही पूरे विश्व को शांति और भाईचारे का संदेश दिया है।अतः हम सबका दायित्व है कि अपने संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का पालन करते हुए आपस में एकता, प्रेम, सद्भाव एवं भाईचारा बनाए रखें।