मंडी / 05 अगस्त / न्यू सुपर भारत /
चौहार घाटी के राजबन में बादल फटने के बाद लापता लोगों की खोज के दौरान रविवार को मलबे में दबे एक मां और उसकी तीन महीने की बेटी के शव मिले। मां ने अपनी बेटी को अंतिम समय तक अपने सीने से लगाए रखा, जिससे दोनों शव एक-दूसरे से लिपटे पाए गए। शव मिलते ही क्षेत्र में चीखपुकार मच गई। राजबन में अब तक 10 लोग लापता थे, जिनमें से आठ शव बरामद हो चुके हैं, जबकि दो की तलाश जारी है। शवों का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसमें भतीजे अजीत कुमार ने अपनी चाची को मुखाग्नि दी और बच्ची का अंतिम संस्कार मिट्टी में दबाकर किया गया।
सर्च ऑपरेशन और बचाव कार्य
रविवार को खोजी कुत्तों की मदद से सर्च ऑपरेशन को आगे बढ़ाया गया। सुबह 6 बजे कुत्तों द्वारा दी गई लोकेशन पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने मलबे की खोदाई का कार्य शुरू किया। दोपहर करीब 12 बजे सोनम और उसकी बेटी मानवी के शव बरामद हुए। बचाव और राहत कार्य लगातार जारी है, और इलाके में अन्य लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
रामपुर में मिले शवों की पहचान नहीं हो पाई
शिमला जिले के रामपुर के डकोलढ़ में सतलुज नदी के किनारे पुलिस ने दो शव बरामद किए हैं। इन शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि ये शव पुरुषों के हैं या महिलाओं के। रामपुर थाना प्रभारी जयदेव ठाकुर ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए खनेरी अस्पताल भेज दिया गया है।