राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देशों अनुसार होना चाहिए सरकारी एवं प्राईवेट अस्पताल तथा लैबोरेट्री में बायो मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन व निष्पादन
अम्बाला / 18 फरवरी / न्यू सुपर भारत
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि सभी सरकारी एवं प्राईवेट अस्पताल तथा लैबोरेट्री में बायो मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन व निष्पादन राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देशों अनुसार होना चाहिए। वे आज वीडियो कॉन्फ्रैसिंग के माध्यम से इस संबध में जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे थे।
वीडियो कॉन्फ्रैंसिग में उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्त, स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग तथा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालों का बायो मेडिकल वेस्ट उठाने के लिए एजेंसियां लगाई गई है। इन्हीं एजेंसियों के माध्यम से कूड़ा उठाया जाना चाहिए।
पशु अस्पतालों के लिए भी यही एजेंसी कार्यरत हैं। जिला में जिस एजेंसी को यह कार्य दिया गया है वह एजेंसी सभी सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालों से कूड़ा उठाने के लिए पाबंद है। सभी अस्पताल अपने यहां अलग-अलग श्रेणी में कूड़े को रखेंगे तथा यह एजेंसी निर्धारित वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से निस्तारण करेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि अगर कहीं भी कोई अस्पताल मेडिकल वेस्ट को जलाता है या कहीं भी छुपाने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई करे।
वीसी के उपरांत उपायुक्त विक्रम सिंह ने स्वास्थ्य, पशुपालन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देेेेते हुए कहा कि वीसी के माध्यम से जो भी दिशा-निर्देश दिये गये है उनकी पालना की जाये। उन्होंने कहा कि बायोमैडिकल वेस्ट का सही प्रकार से डिस्पोजल, सर्विस प्रोवाईडर के माध्यम से करवाया जाए।
बार कोडिंग सिस्टम को भी सुनिश्चित किया जाए। यदि कहीं इन नियमों की अवहेलना होती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
बॉक्स:- एसीएस ने निर्देश दिए कि इस एजेंसी को सभी सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालों से कूड़ा उठाना होता है। अगर वह निर्धारित समय पर कूड़ा नहीं उठाता है तो उसकी सूचना भी मुख्यालय को भिजवाई जाए।
सभी अस्पताल अपने यहां अलग-अलग रंग के श्रेणी के हिसाब से डिब्बे भी रखेंगे। सभी अस्पतालों को यह निर्देश दिए जाएं कि इस कार्य को करने वाले स्टाफ को अच्छी तरह से प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन बहुत ही जरूरी है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
इस बैठक में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी नितिन मेहता, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डा0 प्रेम सिंह, स्वास्थ्य विभाग के उप सिविल सर्जन डा0 संजीव सिंगला सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।