लम्पी स्किन रोग से बचाव के लिए पशु पालकों को करें जागरूक: एडीएम
धर्मशाला / 27 अगस्त / न्यू सुपर भारत
एडीएम रोहित राठौर ने कहा कि लम्पी स्किन रोग के बढ़ते प्रकोप को देखते हुये पशुओं को कीटनाशक दवाई (साइपरमेथ्रिन, फ्लुमेथ्रिन या एमिट्राज) या आइब्रुमेक्टिन के टीके पशु चिकित्सक के परामर्श के बाद लगवाएं ताकि बाह्य परजीवियों पर नियन्त्रण पाया जा सके।
एडीएम रोहित राठौर ने शनिवार को लम्पी स्किन रोग को लेकर पशु पालन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लम्पी स्किन रोग बहुत तेजी से फैलने वाला रोग है। इस रोग का विषाणु मच्छरों, मक्खियों, चिचड़ी आदि कीटों से आसानी से फैलता है। इसके साथ ही यह दूषित पानी, लार एवं चारे के माध्यम से भी पशुओं को संक्रमित करता है। यह रोग गर्म एवं नमी वाले मौसम में ज्यादा तीव्रता से फैलता है।
उन्होंने कहा कि बीमार पशु की सूचना तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सा संस्थान पर दें ताकि रोग निदान व उपचार शुरू किया जा सके स्वस्थ पशुओं को चारा और पानी देने के बाद ही बीमार पशु को खाने के लिए चारा डालें। बीमार पशु के बचे हुए चारे को जला दें। एडीएम रोहित राठौर ने कहा कि पशु पालन विभाग के अधिकारियों को लम्पी स्किन रोग से बचाव के बारे में पशु पालकों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि रोग की रोकथाम की जा सके।