शिमला / 31 मई / न्यू सुपर भारत ///
पिछले दस दिनों में हिमाचल प्रदेश में चार और छह लोकसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए जबरदस्त तरीके से प्रचार हुआ। छह चरण के चुनाव संपन्न होते ही बीजेपी और कांग्रेस के कई राष्ट्रीय नेता हिमाचल पहुंचे और चुनावी माहौल काफी गरमाया. चुनाव की घोषणा होते ही भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर कुछ कदम आगे रहे और शुरू से ही चुनाव प्रचार तेज कर दिया, लेकिन कांग्रेस ने काफी विचार-विमर्श के बाद करीब एक महीने पहले ही अपने उम्मीदवार फाइनल किए. राज्य में करीब 75 दिनों तक चले चुनाव प्रचार के दौरान जहां भाजपा ने कुल 102 चुनावी जनसभाएं की. वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अकेले ही 119 चुनावी जनसभाएं की। कांग्रेस के 34 स्टार प्रचारक हिमाचल पहुंचे और 307 चुनावी जनसभाएं की.
जहां कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनावों में धनबल बनाम जनबल और आपदा में अनदेखी को बड़ा मुद्दा बनाया है, वहीं भाजपा को यहां मोदी का सहारा है।