कुल्लू / 29 सितम्बर/ एनएसबी न्यूज़
योग व्यायाम की ऐसा प्रभावशाली विधा है जिसमें पुराने और असाध्य रोगों को दूर करने की क्षमता है। योग के माध्यम से न केवल शरीर के अंगों को विकसित किया जा सकता है, बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में अभूतपूर्व संतुलन स्थापित किया जा सकता है। यह बात योगाचार्य दिनेश कुमार ने एलायन्स योग अकादमी कुल्लू द्वारा फिट इण्डिया मूवमेन्ट के तहत लगभग 11000 फुट उंचाई पर प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जलोड़ी जोत के समीप आयोजित योग शिविर के दौरान कही।
इस दौरान लगभग 20 लोगों ने क्रमवार दो घण्टे तक योग किया और बड़ी संख्या में सियोलसर झील आने-जाने वाले सैलानियों ने भी योगाभ्यास को देखा और बारीकियों को जाना।
योगाचार्य ने कहा कि योग का उल्लेख प्राचीन काल से वेदों में मिलता है और आम लोगों में इस विधा का विस्तार हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है। इसके बावजूद योग की मीिमा और महत्व
को जानकर लोग स्वस्थ जीवन शैली के लिए बड़े पैमाने पर अपना रहे हैं। आज की व्यस्त, तनावपूर्ण और अस्वस्थ दिनचर्या में इसके सकारात्मक प्रभावों को देखते हुए योग दुनियाभर में अपना विशिष्ट स्थान हासिल कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग के चार प्रकारों में मंत्रयोग, हठयोग, लययोग और राजयोग का वर्णण है।
उन्होंने बताया कि योग से अस्थमा, डायबिटीज, हाईपरटेंशन, अपच, माईग्रेन, पीठ के निचले भाग में दर्द, लीवर की समस्या, डिपे्रशन व हार्मोन से जुड़ी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। योग का कार्य शरीर, मन, प्राण, बुद्धि और अध्यात्म इन सभी स्तरों पर व्यक्ति का सम्पूर्ण विकास करना है। मांसपेशियांे को तनावमुक्त बनाना, संतुलित श्वास-प्रश्वास, संकल्प शक्ति का विकास, मन की शांति, बौद्धिक विकास जैसे महत्वपूर्ण अव्यवों को विकसित करता है योग।
दिनेश ने कहा कि नियमित तौर पर योग करने से वजन कम होता है। यह महज एक व्यायाम ही नहीं, बल्कि मनुष्य में खान-पान को लेकर जागरूकता भी उत्पन्न करता है। उन्होंने सूर्य नमस्कार के महत्व पर बल देते हुए कहा कि इससे शरीर में इतनी ऊर्जा उत्पन्न होती है कि इसका नियमित अभ्यास करने वालों को बाहर की सर्दी कदापि प्रभावित नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि योग को व्यक्ति कहीं पर भी कर सकता है। घर बैठे भी योग किया जा सकता है। प्राणायाम को आप बिस्तर पर भी कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए एक विशेष प्रशिक्षण की भी आवश्यकता रहती है।
योगाचार्य ने आम जनमानस से अपील की है कि वे योग को अपने जीवन में अपनाएं। कोई न कोई योगाभ्यास नित्य प्रति अवश्य करें और यदि किसी रोग से पीड़ित हैं अथवा शरीर के किसी भाग में पुरानी दर्द है तो इसकेे लिए प्रशिक्षक की सलाह अवश्य लें जो आपको उसी के अनुरूप योगासन की सलाह देगा।
अन्यों के साथ योगाभ्यास में कमाण्डेट होम गार्ड निश्चिंत नेगी, जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर व एलायन्स अकादमी की संचालक रीता ने भी भाग लिया