राजगढ़ / 28 फरवरी / न्यू सुपर भारत
प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही ’’मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना’’ किसानों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। जंगली जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान पंहुचाए के कारण किसान खेती करने से विमुख हो गए थे और ग्रामीण परिवेश में अधिकांश कृषि भूमि बंजर हो गई थी।ऐसे मे ’’मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानो के लिए वरदान साबित हो रही है इसका एक प्रमाण राजगढ़ विकास खंड के बागना गांव में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिला है।
बागना गांव के राकेश भगनाल का कहना है कि उन्होंने जंगली जनवरों से तंग आकर खेतो मे फसले लगाना छोड़ ही दिया था और वह आजीविका के लिए किसी अन्य कार्याे की तलाश में जुट गए। और इसके बाद राकेश भगनाल कि इसी बीच उन्है ’मुख्यमंत्री खेत संरक्ष्ण योजना’’की जानकरी मिली और कृषि विभाग के अधिकारियों ने उन्है इस योजना के बारे विस्तार से जानकारी दी गई। विषय वाद विशेषज्ञ कृषि के अनुसार इस योजना के तहत कंपोजिट सौर फैंसिंग करने के लिए 70 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है जिसमें किसान को केवल 30 प्रतिशत का शेयर ही देना पड़ता है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए विभाग से निर्धारित प्रपत्र भरकर राकेश भगनाल ने विभाग द्वारा बताई गई सभी सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर कृषि विभाग राजगढ़ को प्रस्तुत किया गया, जिसके उपरान्त कृषि विभाग द्वारा 440 मीटर क्षेत्र में कंपोजिट सौर फैंसिंग लगाने के लिए 5 लाख 36 हजार 383 रूपये की राशि स्वीकृत की गई। इस योजना के तहत उन्हें कृषि विभाग के द्वारा तीन लाख 75 हजार 468 रूपये का अनुदान दिया गया, जबकि राकेश भगनाल ने कंपोजिट सौर फैंसिंग संचालित बाड़ लगाने के लिए अपनी जेब से मात्र एक लाख 60 हजार 915 रूपये ही व्यय किए। उनका कहना है कि इस फैंसिंग की खास बात यह है कि यह फैंसिंग जल्दी खराब नहीं होती। इसमें जमीन से लगभग 4 से 5 फुट की ऊंचाई तक बिना करंट की घनी जालियों के ब्लाॅक लगाए जाते हैं, जबकि उसके ऊपर करीब 3 फुट ऊंचाई पर सौर उर्जा से जुड़ी करंट वाली लारें लगी होती है, जिससे कोई भी जानवर यहां तक कि बंदर भी अंदर नहीं आ सकते हैं। इसमें करंट केवल जालियों के ऊपरी तरफ ही रहता है और उससे नीचे यह पूरी तरह से बंद रहती है जिससे किसान अपनी फसलों को जानवरों से सुरक्षित रख सकते हैं।
राकेश भगनाल का कहना है कि इस योजना से उन्हें भरपूर लाभ मिला है और जंगली जानवरों, बंदरों तथा अन्य पशुओं के आतंक से तो निजात मिली है साथ ही उनके बगीचे में लगाए गए सेब के पौधे तथा लहसुन व अन्य फसल भी सुरक्षित होने से उनकी आमदनी भी दोगुनी हो गई हैं।।