कारगिल विजय दिवस : तिरंगे के सम्मान के लिए कर दिया सर्वस्व न्यौछावर : DC
झज्जर / 25 जुलाई / न्यू सुपर भारत
आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला में उन शहीदों को कृतज्ञता के भाव के साथ स्मरण करना बेहद जरूरी है जिन्होंने तिरंगे के सम्मान और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। वर्ष 1999 में कारगिल की लड़ाई में झज्जर जिला के 11 रणबांकुरे मातृभूमि और तिरंगे के लिए इसी मनोभाव से वीरगति को प्राप्त हुए थे। जिला सैनिक बोर्ड के अध्यक्ष एवं डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर उन शहीदों को नमन किया है।
कैप्टन शक्ति सिंह ने देश की रक्षा करते हुए कारगिल में शहीद हुए सभी वीर योद्धाओं को सलाम किया। उन्होंने कहा कि शहीदों की कुर्बानी की बदौलत यह दिन देश के सैन्य इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। कारगिल युद्ध में झज्जर जिला के 11 वीर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना बलिदान देकर सभी जिला वासियों को गर्व और गौरव की अनुभूति करने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने युवा पीढ़ी को वीर शहीदों के बलिदान से देशभक्ति की प्रेरणा लेेने का आह्वान किया।
डीसी ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति की वर्षगांठ के उपलक्ष में इस बार हर घर तिरंगा (13-14-15 अगस्त) अभियान चलाया जाएगा। जिला में आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक परिसरों तथा अन्य भवनों पर तीन दिन तक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराया जाएगा। इसके लिए जिला में तीन लाख लोकेशन चिन्हित की गई है।
उन्होंने बताया कि हर जिलावासी अपने घर पर तिरंगा लहराकर राष्ट्र प्रेम की भावना के साथ उन शहीदों को नमन करें जिनकी बदौलत आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि झज्जर जिला वीर सैनिकों की भूमि है, जब भी देश पर संकट आया, यहां के वीरों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अदम्य साहस का परिचय दिया है।
कारगिल विजय के लिए इन वीरों को सदैव रखा जाएगा याद
ऑपरेशन विजय-1999 में झज्जर जिला से शहादत देने वाले गांव देशलपुर के हवलदार जयप्रकाश, गांव निलौठी निवासी नायक श्याम सिंह, गांव सुबाना निवासी शहीद ग्रेनेडियर सुरेंद्र सिंह, गांव जटवाड़ा के शहीद नायक लीलाराम, गांव सौलधा निवासी नायक रामफल, गांव झांसवा के लांस नायक राजेश कुमार, गांव ढाकला के सिपाही धर्मबीर सिंह, गांव जैतपुर निवासी शहीद सिग्नलमैन विनोद कुमार, गांव खुंगाई निवासी हवलदार हरिओम, जाखौदा गांव के शहीद सहायक कमांडेंट आजाद सिंह, बराही गांव निवासी कैप्टन अमित वर्मा का नाम सदैव याद रखा जाएगा।