उपायुक्त ने लिया टूरिज्म प्रोजेक्टस की प्रगति का ब्यौरा
धर्मशाला / 17 जुलाई / न्यू सुपर भारत
पर्यटन राजधानी कांगड़ा में प्रस्तावित टूरिज़्म प्रोजेक्टस को लेकर भूमि चयन की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। जिले में पर्यटन विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर आज सोमवार को डीसी ऑफिस में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने यह बात कही। उपायुक्त ने कहा कि जिन परियोजनाओं के लिए भूमि उपलब्ध है वहां संबंधित विभाग जल्द से जल्द काम शुरु करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सख्त निर्देश हैं कि जिले में पर्यटन विकास से संबंधित प्रोजेक्टस को जल्द से जल्द मूर्त रूप दिया जाए। उन्होंने परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।
यह हैं अभी तक चिन्हित स्थान
डीसी ने बताया कि जिले में पर्यटन विकास के लिए प्रस्तावित परियोजनाओं को लेकर स्थान चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टूरिज्म विलेज के लिए धर्मशाला के समीप नरघोटा में करीब 25 हेक्टेयर भूमि देखी गई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टूरिज्म विलेज के लिए जिले में अन्य उपयुक्त स्थानों में भी जमीन तलाशी जाए। उन्होंने बताया कि आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक के निर्माण के लिए सकोह में 2 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। वहीं कन्वेंशन सेंटर के लिए सिद्धबाड़ी में 4 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है। यहां निर्माण को लेकर एशियन विकास बैंक (एडीबी) के प्रतिनिधि साईट निरीक्षण भी कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि परागपुर में गोल्फ कोर्स मैदान के निर्माण के लिए 12.50 हेक्टेयर सरकारी भूमि तथा साथ लगती करीब 16 हेक्टेयर निजी भूमि चिन्हित की गई है। नगरोटा बगवां में प्रस्तावित ओल्डेज वेलनेस रिजॉर्ट के लिए 6 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है तथा भूमि हस्तांतरण व विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि बनखंडी में 300 करोड़ की लागत से बनने वाले जूलॉजिकल पार्क के लिए 180 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है।
इन परियोजनाओं का भी लिया विवरण
डॉ. निपुण जिंदल ने इस दौरान धर्मशाला और पालमपुर में बनने वाले आईटी पार्क, पालमपुर के मैंझा में डेस्टिनेशन वेडिंग रिसॉर्ट, पौंग क्षेत्र में पर्यटन व साहसिक खेल गतिविधियां का विस्तार, धर्मशाला के रक्कड़ और पालमपुर में प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों से विवरण लिया। उन्होंने अधिकारियों को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी पर्यटन राजधानी से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए भूमि संबंधित औपचारिकताओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं।
पौंग में विकसित होगा इको-टूरिज़्म
उपायुक्त ने कहा कि पौंग क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य और इकोसिस्टम को संरक्षित रखने के लिए वहां पर्यावरण हितैषी टूरिज़्म मॉडल विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग के द्वारा क्षेत्र के सुंदरीकरण को लेकर भी कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पौंग क्षेत्र को इको-टूरिज्म के हिसाब से विकसित करने के लिए यथोचित योजना बनाई जाएगी।
एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर 21 जुलाई को प्रतिनिधियों से होगी बैठक
उपायुक्त ने कहा कि जिला कांगड़ा के साथ-साथ पूरे प्रदेश में पर्यटन विकास के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तारीकरण सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेक्शन 11 की नोटिफिकेशन के बाद भूमि अधिग्रहण तथा पुनर्वास को लेकर संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ 21 जुलाई को प्रातः 11 बजे बैठक की जाएगी। उन्होंने बताया कि धर्मशाला में जिला परिषद के भवन में इस आवश्यक बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें संबंधित आठ पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तार से चर्चा की जाएगी तथा उनके सुझावों को गंभीरतापूर्वक सुना जाएगा।
सचिव पर्यटन को दिया ब्यौरा
जिलाधीश ने इससे पूर्व वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सचिव पर्यटन देवेश कुमार को जिले में पर्यटन परियोजनाओं को लेकर चल रही भूमि चयन प्रक्रिया का पूर्ण ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित परियोजनाओं के लिए भूमि चयन से संबंधित सभी औपचारिकताओं को समय से पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं। उपायुक्त ने कहा कि जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं जिन क्षेत्रों में पर्यटन संबंधित परियोजनाओं के लिए अभी भूमि चयन नहीं हो पाया है, वहां जमीन तलाशने के लिए संबंधित उपमंडलों के एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं।
यह रहे उपस्थित
इस दौरान अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कांगड़ा रोहित राठौर, जिला पर्यटन विकास अधिकारी विनय धीमान और एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रमोत्रा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।