बिलासपुर / 12 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
जीवन रक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत राष्ट्रपति अवार्डी घुमारवीं उपमंडल की लुहारवीं पंचायत के रच्छेडा गांव के जवान सतवीर सिंह को उनकी बहादुरी के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने घुमारवीं में सम्मानित किया। नड्डा ने जवान सतवीर की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस दौरान उनके साथ प्रदेश सरकार में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग भी मौजूद रहे। नड्डा ने कहा कि देवभूमि वीर भूमि है और यहां के जांबाजो के किस्से विश्वभर में सुनाए जाते हैं।
सतवीर सिंह ने बताया कि 8 सितंबर 2020 को उतराखंड में 14698 फीट की ऊंचाई पर स्थित प्रथम वाहिनी, जोशीमठ आईटीबीपी की टोपीडुंगा अग्रिम चैकी पर एक 19 वर्षीय सिविल नौजवान मनोज कुमार बेहोशी की हालत में था। उसका प्राथमिक उपचार किया। लेकिन, मरीज की हालत गंभीर बनी रही। नौजवान को बचाने के लिए चैकी से नीचे ले जाने का फैसला लिया गया। कड़ाके की ठंड में ऊबड खाबड 40 किलोमीटर लंबे रास्ते से मरीज को नीचे लाया गया। जहां पर उसकी जान बचाई जा सकी। जिसके चलते गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जीवन रक्षक पदक से नवाजा।
घर पर छुट्टी आने के बाद घुमारवीं के जवान सतवीर सिंह को घुमारवीं में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सम्मानित किया। सतवीर सिंह वर्तमान में उतराखंड में हैड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। 22 मई 1984 को शिक्षक रूप सिंह व माता सावित्री देवी के घर रच्छेडा में जन्में सतवीर सिंह को बचपन से ही सेना में जाकर देश सेवा करने का जज्बा था। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे सतवीर सिंह 2003 में आईटीबीपी में भर्ती हो गये। सतवीर सिंह के परिवार में माता-पिता, पत्नी व दो बच्चे हैं।