जोल , 28 सितम्बर / (अशवनी)
उपमण्डल बंगाणा का एक मात्र वस स्टैंड अब टैक्सी स्टैंड बन गया है। और निजी बसों को खड़ने के लिए जगह नहीं मिल रही है। बता दें कि उपमण्डल बंगाणा के मुख्यालय पर नादौन रोड़ पर बनी वर्षा शालिका के साथ सरकार एबम निजी एबम निजी बसों को खड़ा करने के लिए मिनी बस स्टेंड बनाया गया है। लेकिन उक्त वस स्टैंड में दो पहिया बाहन और छोटी गाड़ियों के लगने से बसों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती है। और वसें सड़क पर खड़ी हो जाती है। जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। और कोई बड़ी दुर्घटना को न्योता देती है।
कई बार इसकी शिकायत बंगाणा पुलिस को भी की गई। लेकिन कोई भी कार्यबाई नहीं हुई। बता दें कि उपमण्डल बंगाणा के उपरोजगार कार्यालय के पास तीस कनाल के करीब सरकारी भूमि है लेकिन उक्त जगह पर निजी गाड़ियों ने कब्जा किया है। और निजी गाड़ियों से सवारियां भी लगाई जाती है। और छोटे वाहनों को वस स्टैंड की जगह खड़ा करके किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देते है। बता दें कि दस वर्ष पूर्ब कैबिनेट मन्त्री वीरेंद्र कँवर के आशीर्वाद से नादौन सड़क पर दस लाख की लागत से सवारियों को बैठने के लिए एक वर्षा शालिका का निर्माण हुआ था। और सवारियां घंटों बैठकर बस का आराम से इंतजार करती है। और एक बड़े समाजसेबी ने वर्षा शालिका के पास ठंडे जल की सुबिधा के लिए बाटर कूलर भी लगाया था। लेकिन समस्या यह है कि न तो कोई राहगीर उस बाटर कूलर तक पहुंच सकता है। क्योंकि बाटर कूलर के इर्द गिर्द दर्जनों मोटरसाइकिल लगाए जाते है। और दूसरी तरफ निजी गाड़ियों से पूरा भरा होता है। ऐसे में न तो कोई पर वर्षा शालिका में बैठ सकता है। और न ही कूलर का पानी पी सकता है। और न ही निजी व सरकारी बस खड़ी हो सकती है। कुल मिलाकर जनता को बड़ी समस्या से गुजरना पड़ रहा है। बता दें कि बस स्टैंड के चारो तरफ छोटी बड़ी गाड़ियां मोटरसाइकिल या फिर टैक्सियां खड़ी हो जाती है। और जनता को पैदल तक चलने में बड़ी कठिनाई होती है। गौरतलब यह है कि कोविड -19 के चलते बंगाणा सीसे स्कूल बंद है। अगर कहीं बस स्टैंड बंगाणा से दस मीटर की दूरी पर सरकारी स्कूल जो प्लस टू है और स्कूल में 500 से ज्यादा बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते है। और ऐसे माहौल में रोजाना कोई न कोई बड़ी दुर्घटना होती।
ऊना से हमीरपुर नादौन ज्वालामुखी बाली बसे रुकती है यहां।
बता दें कि ऊना से जो भी सरकारी या फिर निजी बस हमीरपुर कांगड़ा ज्वालामुखी के लिए आती है। बह वस बंगाणा के बस स्टैंड पर रुक कर जाती है। और रोजाना 60 से 65 वसें दो या तीन चक्कर ऊना या फिर बंगाणा से बापिस नादौन ज्वालामुखी के लिए आती जाती है। लेकिन बंगाणा के बस स्टैंड पर बसों को खड़ी करने के लिए पर्याप्त जगह न मिलने पर वसों के चालको को बड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। बता दें कि बंगाणा में यातायात के सभी नियमो की धज्जियां उड़ाई जाती है।
बस स्टैंड पर गाड़ी खड़ी करने पर पुलिस काटेगी चालान:अनिल कुमार।
थाना बंगाणा के प्रभारी अनिल कुमार ने कहा कि बंगाणा वस स्टैंड पर गाड़ी खड़ी करने पर पुलिस कार्यबाई करेगी और सभी गाड़ियों के नंबरी चालान भी होंगे। वस स्टैंड पर केवल बसें ही खड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि यातायात नियमो की धज्जियां उड़ाने बालों पर संख्त कार्यबाई की जा रही है।