कुटलैहड़ में बैलों की निर्मम हत्या पर बंगाणा पुलिस ने जांच की तेज, खंगाले सीसीटीबी कैमरे
*शुक्रबार रात को अज्ञात बाहन ने जोगी पंगा के पास पहाड़ी से गिराए थे 5 बैल, 4 की मौके पर हुई थी मौत
जोल / 13 सितम्बर / अशवनी
कुटलैहड़ बिस क्षेत्र के जोगी पंगा के पास पहाड़ी से गिराए 5 वैलो की बंगाणा पुलिस ने आरोपी की जांच तेज़ कर दी है। बताते चले शुक्रबार देर रात को एक अज्ञात गाड़ी से किसी ब्यक्ति ने 5 बैलों को गाड़ी से पहाड़ी के नीचे फैंक दिया था। जिसमे से 4 बैलों की तो मौके पर ही मौत हो गई थी। और एक बैल गम्भीर रूप से घायल हुआ है। जिसका उपचार पशुपालन बिभाग कर रहा है। आरोपी कौन है कहा से है। और आखिर उक्त ब्यक्ति ने ऐसा क्यों किया है। कहा से गाड़ी आई है। इस पर बंगाणा पुलिस गहनता से जांच में जुटी हुई है। और थाना बंगाणा के थाना प्रभारी अनिल कुमार और एएसआई प्रेम पाल ने खुद जांच का जिम्मा भी सम्भाला है और जिला ऊना की सीमाओं पर लगे सीसीटीबी एबम जोगी पंगा के पास एक निजी होटल के सीसीटीबी को खंगाल कर कुछ जानकारियां भी हासिल की है। पुलिस के अमुसार बहुत जल्दी आरोपी सलाखों की पीछे होगा।
बता दें कि पहाड़ी से नीचे फैंके बैल बड़े सेहत वाले है। और बैलगाड़ी खींचने बाले लग रहे है। मृतक़ बैलों का पालन पौषण भी बड़े स्तर पर हुआ है। लेकिन आखिर ऐसा क्या है कि उन्हें इस पहाड़ी से फैंका गया है। कुटलैहड़ के जोगी पंगा के पास हुई ऐसी घटना से आज जिला ऊना ही नहीं पूरा हिमाचल हिल चुका है और हर कोई आरोपी को जल्द पकड़ने की गुहार कर रहा है। बताते चले कि उक्त घटना स्थल के साथ डेरा बाबा जोगी पंगा एक बड़ा धार्मिक स्थल है। जहां पर वर्षों पुरानी गौशाला भी है। और उक्त गौशाला में सैंकड़ो गौ माता को संरक्षण भी मिला है। अगर उक्त स्थान पर ही वैलो को छोड़ देते। तो उन्हें भरपेट चारा भी मिलता और वह बच भी जाते। लेकिन ऐसी घटिया हरकत करके आखिर में आरोपी ने क्या साबित किया है। जिससे पूरा समाज कठघरे में खड़ा हो गया है। अब बंगाणा पुलिस की टीम उन पहलुओं को खंगाल रही है। कि बास्तव में यह घटना आखिर क्यों की गई है क्योंकि उक्त वैल न तो बूढ़े थे। और न ही कमजोर। और न ही सड़को पर घूमने बाले आवारा। किस प्रकार आरोपी ने घटना को अंजाम दिया है। कैसे उन्हें लाया गया। किस प्रकार उन्हें फैंका गया है। इन सब तथ्यों पर बंगाणा पुलिस जांच करने में जुटी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बैलों की गिरने से हुई है मौत
बताते चले कि जब ऊना पशुपालन टीम ने उक्त वैलों का पोस्टमार्टम किया। तो उसमें साफ निकला है। कि सभी बैलों की गिरने से ही मौत हुई है। मतलब साफ है। कि बैलों को या तो बड़े टिप्पर से फैंका गया है। या फिर बड़ी गाड़ी से। ओर पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने यह भी साफ कर दिया है। कि बैलों को न तो जहर दिया गया है। और ही किसी करंट से बैलों की मौत हुई है।
पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर ने इस मामले में लिया है कड़ा संज्ञान
बता दें कि पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए पुलिस को आदेश भी दिए है। कि जल्दी से आरोपी की धड़ पकड़ की जाए। क्योंकि पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर के अथक प्रयासो से सड़कों पर घूम रहे वेसहारा गौंवश को संरक्षण भी मिल रहा है। और हर पंचायत स्तर पर गौशालाओ का निर्माण भी हो रहा है। बही कुटलैहड़ बिस क्षेत्र में मन्त्री कँवर के अथक प्रयासों ओर सीएम जयराम ठाकुर के आशीर्वाद से करोड़ो की लांगत से गोकुलग्राम का निर्माण भी हो रहा है। लेकिन गोकुलग्राम के 4 किमी की दूरी पर धार्मिक सथल डेरा बाबा जोगी पंगा के पास ऐसी नापाक हरकत का होना धार्मिक आस्था को ठेस है। और पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए जांच के आदेश भी दिए है।
वरिष्ठ पशु चिकित्सक अधिकारी डॉ सत्येंद्र ठाकुर ने भी निर्मम हत्या की निंदा
एसपीसीए के आजीवन सदस्य डॉक्टर सत्येंद्र ठाकुर में जोगी पंगा के पास गोवंश के साथ हुए जघन्य अपराध की घोर भर्त्सना की है तथा उन्होंने सरकार और प्रशासन से गुजारिश की है कि पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस रजिस्टर्ड कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए ! डॉ सतिन्द्र ठाकुर ने कहा कि ऐसे जाघन्य अपराध करने बालों को फांसी की सजा होने चाहिए। जिससे दोवारा कोई ऐसी हरकत न करे।