*20 से ज्यादा खूंखार बैलों का किया बंदी करण, ओर घायल गौवंश का किया उपचार **कुटलैहड़ में गोकुलग्राम खोलना पशुपालन मन्त्री कँवर की दूरगामी सोच: शर्मा
जोल / 8 सितम्बर / अशवनी
उपमण्डल बंगाणा के थाना खास में बने गोकुल ग्राम का अभी प्रथम चरण पूरा होते ही सड़कों पर घूम रहे 200 से ज्यादा वेसहारा गौवंश को आसरा मिला है। राज्य सरकार में गौ सेवा आयोग के सदस्य कृष्ण पाल शर्मा की अध्यक्षता में पशुपालन बिभाग जिला ऊना की सयुंक्त टीम ने गोकुल ग्राम थाना खास में मंगलवार को 20 खूंखार नन्दीवेलों का बंदी करण करके उन्हें खूंटे पर बांध दिया और जो घायल अवस्था मे गौवंश था, उनका उपचार भी किया। कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि सड़कों पर घूमने बाले वेसहारा गौवंश जो किसानों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं था। और किसानों को फसलों को उजाड़कर किसानों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द था। अब उससे किसानों को बड़ी राहत मिली है क्योंकि करीव एक माह पूर्ब गोकुलग्राम के सेवकों द्वारा कुटलैहड़ के बिभिन्न जगहों से वेसहारा गौंवश को लाया गया है और गोकुल ग्राम में छोड़ा गया है। बहीं कुछ स्थानों से स्वयं किसानों ने गाड़ियों में वेसहारा गौवंश को गोकुल ग्राम भी पहुंचाया है।
शर्मा ने कहा कि करोड़ो की लांगत से बन रहे गोकुल ग्राम में सभी वेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा। और किसानों की बड़ी समस्या का समाधान भी होगा। कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि जब से कुटलैहड़ विस क्षेत्र को पशुपालन बिभाग से नबाज़ा गया है और कुटलैहड़ भाजपा के वरिष्ठ नेता एबम चौथी बार अपनी जीत सुनिश्चित करके जयराम सरकार में पशुपालन बिभाग का मंत्रालय सम्भाला है। तब से वेसहारा गौवंश को आश्रय देने की ठानी है। और अढाई बर्षो में जहां कुटलैहड़ में आठ से ज्यादा पंचायत स्तर की गौशालाओ को खोल कर एक हजार से ज्यादा वेसहारा गौवंश को सहारा दिया है। बहीं कुटलैहड़ में बड़े स्तर पर करोड़ो की लागत से गोकुलग्राम का निर्माण करवाकर कुटलैहड़ को वेसहारा गौवंश मुक्त करने की मुहिम तेज़ कर दी है और अगले एक बर्ष बाद कुटलैहड़ बेसहारा गौवंश से भी मुक्त होगा। क्योंकि थाना खास में बने गोकुल ग्राम में हजारो की संख्या में गौंवश को आश्रय मिलेगा। और कुटलैहड़ के साथ साथ हिमाचल भी बेसहारा गौवंश से मुक्त होगा।
उन्होंने कहा कि कुटलैहड़ में बन रहे गोकुल ग्राम में वेसहारा गौवंश को सभी प्रकार की सुबिधायें दी जा रही है। और गौवंश के लिए तूड़ी एबम ठहरने के लिए बड़े बड़े शेड निर्माण भी किये जा रहे है। और गोकुल ग्राम के चारों तरफ फैंसिंग भी की गई है। ताकि कोई भयानक जंगली जानबर गौ बंश को नुक्सान न पहुंचा सके। शर्मा ने कहा कि सप्ताह में एक बार गोकुल ग्राम में पशुपालन बिभाग के कर्मचारी गौवंश की रूटीन चैकिंग के लिए दौरा भी करेंगे। और उनकी बिधिबत चैकिंग भी करेंगे। ताकि गोकुलग्राम में गौवंश हिष्ट पुष्ट ओर तंदरुस्त रहे।
गोकुलग्राम पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर की दूरगामी सोच का परिणाम
शर्मा ने कहा कि पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर गौवंश के प्रधान सेवक है। और कुटलैहड़ में गोकुलग्राम बनाना उनकी दूरगामी सोच का परिणाम है। शर्मा ने कहा कि अढाई बर्ष पूर्ब पशुपालन बिभाग मंत्रालय को सम्भालते ही वीरेंद्र कँवर ने यह ठान ली थी कि सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश को आसरा देना है। और अढाई बर्षो में 21 हजार से ज्यादा बेसहारा गौवंश को गौशालाओ में सहारा देकर किसानों को बड़ी राहत प्रदान की है। जो इतिहास में भी पहली बार ही हुआ है। कि राज्य में पशुपालन बिभाग के मन्त्री ने सड़कों पर घूमे रहे वेसहारा गौवंश को सहारा दिया है।
यह रहे उपस्थित
इस मौके पर एसबीओ अम्ब डॉ अमित शर्मा, सीनियर बेटनरी ऑफिसर डॉ मुनीश दत्ता, डॉ अभिनब सोनी,राजेश शर्मा,अर्जुन सिंह, सुशील कुमार,पंकज ,विक्रम,सुनन्दन शर्मा मौजूद थे।