जोल / 22 अगस्त / अशवनी
उपमण्डल बंगाणा में भारी बारिश से हुए फसल के नुकसान का शनिबार को कृषि अधिकारी बंगाणा डॉ संदीप गौतम व डॉ जयंत चीमा ने मौके पर जाकर मुआयना किया। और किसानों की मक्की की फसल जो भारी बारिश में गिरी हुई है। उसका जायज़ा भी लिया। कृषि बिभाग अधिकारी बंगाणा डॉ संदीप गौतम ने कहा कि किसानों के लिए इस वर्ष मक्की की बहुत ज्यादा फसल है। हालांकि कुछ किसानों की मक्की की फसल का नुक्सान भी हुआ है और बिभाग ने उक्त सभी किसानों की मक्की की फसल के नुकसान की रिपोर्ट तैयार करके सरकार को भी सौप दी है। ताकि किसानों को उचित मुआवजा भी मिल सके। उन्होंने कहा कि बंगाणा कृषि बिभाग का एक ही मूलमन्त्र है कि उपमण्डल बंगाणा का हर किसान अपनी फसल की आय में वृद्धि करें और किसानों की आमदन दो गुना हो। उसी आधार पर हमने तीन माह पूर्ब उपमण्डल बंगाणा के किसानों को बढ़िया नस्ल के मक्की का बीज और 12,32,16 ओर यूरिया खाद भी उपलब्ध करवाई थी और किस प्रकार किसान मक्की की फसल की विजाई करें। और किस समय खाद खेतों में डालें। इस पर किसानों को जागरूक भी किया था और किसानों ने भी बड़े भाव से मक्की की फसल की विजाई करके फसल को उगाया है। लेकिन एक सप्ताह से हो रही मूसलाधार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है और कुछ किसानों की मक्की की फसल तहस नहस भी हो गई है।
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री माननीय वीरेंद्र कँवर के दिशा निर्देशों से कृषि बिभाग बंगाणा ने गांबो में जाकर किसानों के नुक्सान की रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौप दी है। उन्होंने कहा कि कृषि बिभाग बंगाणा हर समय किसानों को जागरूक करने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ततपर रहता है। और किसान किस प्रकार मक्की या फिर सब्जियां उगाए। कौन सी खाद डाले, किस प्रकार खेती करें। इस पर किसानों को जागरूक भी करता रहता है। ताकि उपमण्डल बंगाणा के किसान अपनी फसलों में अधिक मुनाफा कमा सकें। बहीं इलाके के किसानों में मदन राणा, सुशील कुमार, पूर्ण सिंह राणा, रिंकु रिवाड़, राजेन्द्र रिंकु, पूर्व उप प्रधान धनेत शेर सिंह ठाकुर, किसान मनोहर लाल शर्मा, अजय ठाकुर ने कहा कि कृषि अधिकारी बंगाणा संदीप गौतम के दिशा निर्देशों ने ही हमने मक्की की विजाई की थी। और मक्की का बीज भी बहुत बढ़िया था। लेकिन भारी बारिश के चलते मक्की की फसल बर्बाद हुई है। इसमें सरकार या फिर बिभाग का क्या दोष है। हर बरसात में भारी बारिश से हमारी मक्की का नुकसान होता आया है। और इस बार भी काफी नुकसान हुआ है।